पाकिस्तान में सिंधी हिंदू लड़की नम्रता चंदानी की हत्या का विरोध में मंगलवार देर रात कराची की सड़कों पर हजारों प्रदर्शनकारियों ने हत्यारों को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। मेडिकल की छात्रा नम्रता की लाश उसके हॉस्टल में संदिग्ध परिस्थिति में मिली थी। उसके गले में कपड़ा बंधा हुआ था।
खास खबर पर छपी खबर के अनुसार, नम्रता के भाई ने हत्या का आरोप लगाया है। पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर पाकिस्तान में हिंदू लड़की निम्रिता कुमारी के लिए न्याय की मांग को लेकर ऑनलाइन अभियान में शामिल हो गए हैं। इस मामले में निम्रिता को न्याय दिलाने के लिए सोशल मीडिया पर ‘जस्टिस फॉर निम्रिता’ ऑनलाइन अभियान शुरू किया गया है।
Extremely sad & hurt sad reading about the suspicious death of young innocent girl, Nimrita Kumari.
I hope the justice is served and the real culprits are found. My heart beats with every Pakistani no matter what faith he/she belongs to. Rest in Peace. #JusticeForNimrita pic.twitter.com/2nJMmpMRp8— Shoaib Akhtar (@shoaib100mph) September 17, 2019
अख्तर ने ट्वीट किया कि युवा मासूम लड़की निम्रिता कुमारी की संदिग्ध मौत के बारे में पढ़कर बेहद दुख हुआ। मुझे उम्मीद है कि उन्हें न्याय मिलेगा और वास्तविक अपराधी पकड़े जाएंगे। मेरा दिल हर पाकिस्तानी के साथ धड़कता है चाहे वह किसी भी धर्म का हो। भगवान उनकी आत्मा को शांति दें।
आपको बताते जाए कि नम्रता सिंघ प्रांत के चंदानी घोटकी जिले की रहनेे वाली थी। नम्रता के घरवालों का आरोप है कि उस पर धर्म परिवर्तन करने का दबाव बनाया गया है। सोमवार दोपहर को उसका शव उसके हॉस्टल के कमरे की चारपाई पर पड़ा मिला। नम्रता की गर्दन पर एक कपड़ा बंधा हुआ था और उसका कमरा अंदर से बंद था।
फ्री प्रेस जर्नल की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस अधिकारी इस मामले को सुसाइड बताकर उसे रफा-दफा करना चाहते थे हालांकि नम्रता के परिवार का कहना है कि उसकी हत्या की गई है। नम्रता के भाई विशाल की प्राथमिक जांच से पता चलता है कि नम्रता की हत्या की गई है।
भाई विशाल ने बताया कि यह आत्महत्या नहीं है, आत्महत्या के निशान अलग होते हैं। मैंने उसकी गर्दन पर तार के निशान देखे हैं। उसके हाथ पर भी निशान हैं। विशाल ने कहा कि ये तार के ही निशान है लेकिन उसकी दोस्त का कहना है कि उसने नम्रता को जब देखा तो उसके गले में दुपट्टा बंधा हुआ था।
विशाल से जब पूछा गया कि क्या नम्रता को किसी तरह की परेशानी थी तो उनका कहना था कि नहीं ऐसा कुछ भी नहीं है, मैंने खुद उससे दो दिन पहले ही बात की थी, वह पढ़ाई में बहुत अच्छी थी।