ज्वाला गुट्टा को नस्लवादी टिप्पणियों का करना पड़ा सामना!

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भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी ज्वाला गुट्टा के घर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है, अपने ताजा ट्वीट में उन्होंने बताया कि चीन में रहने वालीं उनकी दादी का निधन हो गया है।

वन इंडिया हिन्दी पर छपी खबर के अनुसार, इस दुख की घड़ी में ज्वाला गुट्टा को अपने फैंस का सपोर्ट मिला है, वहीं बैडमिंटन खिलाड़ी को नस्लवादी टिप्पणियों का भी सामना करना पड़ा है।

शुक्रवार को ट्विटर पर ज्वाला गुट्टा ने अपने साथ हुए इस नस्लवादी भेदभाव को लेकर निराशा और दर्द व्यक्त करते हुए एक पोस्ट किया। इसमें उन्होंने लिखा कि ‘एक समाज के रूप में हमें क्या हो गया है।’

भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी ज्वाला गुट्टा ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘मैं अपनी दादी के निधन का शोक मना रही हूं, जो चीन में गुजर गईं।

मैं उस समय आश्चर्यचकित रह गई जब मुझे ऐसे समय में भी नस्लभेदी कमेंट मिल रहे हैं।

मुझसे पूछा जा रहा है कि मैं कोविड-19 क्यों बोलती हूं ‘चीना वायरस’ क्यों नहीं…हमारे समाज को क्या हो गया है…सहानुभूति नहीं रही…हम कहां जा रहे हैं..यह शर्मनाक है।’

आपको बता दें कि इस ट्वीट से पहले खिलाड़ी ज्वाला गुट्टा ने अपने पहले ट्वीट में दादी के निधन पर उन्हें श्रद्धांजलि व्यक्त की थी। उन्होंने बताया कि उनकी दादी का चीनी नव वर्ष की पूर्व संध्या पर चीन में निधन हो गया था।

उनकी मां हर महीने उनसे मिलने जाती थीं लेकिन इस बार कोविड-19 महामारी की वजह से वह नहीं जा सकीं। इस महामारी का प्रकोप दुनियाभर पर टूट पड़ा है।

37 वर्षीय ज्वाला गुट्टा ने आगे कहा कि वायरस ने हमें एहसास कराया कि वर्तमान में जीना कितना महत्वपूर्ण है और अपने प्रियजनों के लिए जब भी हमें कुछ करने का मौका मिले तो जरूर करें।

साभार- वन इंडिया हिन्दी