बेटा बना माँ का कातिल! कहा, सर मुझे गिरफ़्तार कर लो मैंने अपनी मां का खून कर दिया

,

   

नई दिल्ली : विजय नगर इलाके में एक महिला की उसी के बेटे ने गला रेतकर हत्या कर दी। मृतका की पहचान 40 वर्षीय आशा के तौर पर हुई है। वारदात को अंजाम देने के बाद बजाय भागने के आरोपी बेटे ने थाने में आकर सरेंडर कर दिया। आधी रात को करीब ड़ेढ बजे पहुंचे आरोपी बेटे ने जैसे ही पुलिस को अपने गुनाह के बारे में बताया, पुलिसवाले भी चौंक गए। एक बार को ऐसा लगा मानो नशे की हालत में बहकी-बहकी बात कर रहा हो। लेकिन रात में ही उसके दावों को वेरिफाई करने घटनास्थल पर पहुंची पुलिस के होश उड़ गए। बेड पर खून बिखरा हुआ था। महिला की गर्दन से खून बह रहा था। पुलिस ने तुरंत महिला को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल चाकू व अन्य साक्ष्य बरामद कर लिए हैं। हत्या की वजह मां का बेटे को पैसे न देना बताया जा रहा है। बेटे को नशे की लत थी।

पुलिस के मुताबिक, महिला अपने दो बेटों के साथ विजय नगर, ओल्ड गुप्ता कॉलोनी स्थित डबल स्टोरी में किराये के मकान पर रहती थीं। आशा के पांच बेटे थे। जिसमें से आरोपी दीपक और उसका छोटा भाई उसके साथ रहता था। जबकि बाकी तीन अलग-अलग जगहों पर रहा करते थे। आशा घरों में साफ-सफाई का काम करती थी। रात को जब उसका भाई अपने दोस्तों के साथ कहीं पर गया हुआ था, उसी समय दीपक की मां से किसी बात को लेकर कहासुनी हुई थी। मां ने भी उसको गुस्से में आकर कुछ कह दिया था। दीपक ने मां से हाथापाई की और पास रखा सब्जी काटने वाला चाकू उठाया और गर्दन रेत डाली। वारदात के वक्त पड़ोसियों ने चीखने-चिल्लाने की आवाजें सुनीं। लेकिन रोज के झगड़े की तरह ही समझा। कूलर की आवाज के कारण लोगों ने इस चीख-पुकार पर गौर नहीं किया। आरोपी कुछ देर मां के पास रहा। उन्हें तड़पते देखता रहा। फिर सीधे रात को मॉडल टाउन थाने 1:27 मिनट पर पहुंच गया।

उसने बताया कि सर जी, मैंने अपनी मां की हत्या कर दी है, मुझे गिरफ्तार कर लो। पुलिस को उसका हुलिया देखकर अटपटा लगा। हालांकि शर्ट पर खून के छींटें थीं। दीपक बेरोजगार है, उसे नशे की लत है। नशे का सामान नहीं मिलने पर वह अपने भाई और मां से झगड़ा करने लगता था। जब पुलिस दीपक के बताने पर उसके घर पहुंची। मुख्य दरवाजा बंद था। कुंडी नहीं लगी हुई थी। अंदर जाकर देखा तो बेड पर आशा खून से लथपथ हालत में पड़ी थी। जिनको तुरंत बाबू जगजीवन राम अस्पताल में भर्ती कराया। डॉक्टरों ने उनको मृत घोषित कर दिया। उनकी गर्दन समेत अन्य जगहों पर भी चोट के निशान थे। पुलिस ने बताया कि बिस्तर पर बिछाई गई चादर और तकिया और फर्श पर काफी ज्यादा खून लगा हुआ था। पास ही खून से सना चाकू पड़ा था। तीनों चीजों को पुलिस ने कब्जे में ले लिया। पड़ोसियों ने बताया दीपक गलत संगत में पड़ा हुआ था। वह आए दिन अपनी मां और भाई से झगड़ा करता रहता था।