एसआइटी की 16 सदस्यीय टीम स्वामी चिन्मयानंद प्रकरण का सच सामने लाएगी। कौन सही है और कौन गलत यह जानने के लिए इस प्रकरण से संबंधित हर साक्ष्य खंगालेगी। हर उस व्यक्ति से पूछताछ होगी, जो इस प्रकरण से किसी न किसी रूप में जुड़ा है।
उसके आधार पर जो रिपोर्ट तैयार होगी, जोकि हाईकोर्ट में पेश की जाएगी। एसआइटी का नेतृत्व कर रहे आइजी नवीन अरोड़ा शुक्रवार को पुलिस लाइन सभागार में अपनी टीम के साथ मीडिया से मुखातिब हुए। उन्होंने बताया कि सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर मुख्य सचिव ने उनके नेतृत्व में एसआइटी का गठन किया है। इसमें उनके अलावा महिला आइपीएस अधिकारी भी हैं।
Chinmayanand case: 12-member SIT arrives in Shahjahanpur to probe allegations against ex-Union min https://t.co/zL568MsEfZ
— TOI Bareilly (@TOIBareilly) September 6, 2019
जागरण डॉट कॉम के अनुसार, आइजी ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के तहत अपने स्तर से टीम तैयार कर सकते थे। इसके लिए उन्होंने प्रदेश के बेदाग, निष्पक्ष छवि वाले श्रेष्ठ अधिकारियों व विवेचक के चरित्र, रिकार्ड देखे।
इस कार्य में दो दिन लगे, जिसके बाद टीम तैयार हो सकी। आइजी ने बताया कि गुरुवार रात से सभी लोग शाहजहांपुर आने लगे थे। शुक्रवार सुबह पूरी टीम एकत्र हो गई है।
आइजी ने बताया कि अब तक इस प्रकरण में अब तक की गई विवेचना, पुलिस की रिपोर्ट कार्य आदि का अवलोकन किया जा रहा है। अधिकारियों से बात कर उनका फीडबैक लिया जा रहा है। अब तक क्या प्रोगेस है। क्या जांच हुई इसकी जानकारी जुटाई जा रही है।
जो भी दस्तावेज दिए गए हैं उनका संकलन, अवलोकन व अध्ययन करने के साथ ही अब तक की गई कार्रवाई की समीक्षा करने के बाद एसआइटी कार्ययोजना बनाकर अपनी जांच शुरू करेगी।
जांच की समयसीमा के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि कोई तिथि तय नहीं है। यह बहुत महत्वपूर्ण केस है। छात्रा व उसके परिवार की सुरक्षा अहम पहलू है। कोर्ट के आदेशों के क्रम में इसे भी देखा जाएगा।
उनका प्रयास रहेगा कि जांच जल्द पूरी हो पूरा करेंगे, लेकिन ध्यान यह भी ध्यान रखना है कि इसमें किसी तरह की कोई चूक न हो। क्योंकि पूरे देश की निगाहें एसआइटी पर हैं।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर गठन हुआ है। हाईकोर्ट की स्पेशल बेंच इसकी निगरानी करेगी। आइजी अरोड़ा ने बताया कि जांच की सीलबंद रिपोर्ट हाईकोर्ट को दी जाएगी।
टीम ने काफी देर तक पुलिस अधिकारियों के साथ चर्चा की। इस मामले में अब बयान लिए जाने की तैयारी है। एसआइटी के साथ बैठक में एसपी के अलावा एएसपी सिटी दिनेश त्रिपाठी भी मौजूद रहे। कृभको में भी रुके सदस्य
मीटिंग के बाद टीम के कुछ सदस्य रिलायंस पावर प्लांट के गेस्ट हाउस में ही रुक गए, जबकि कुछ को कृभको फर्टिलाइजर के गेस्ट हाउस में रोका गया। पुलिस लाइंस में जल्द ही अस्थाई एसआइटी कार्यालय बनाया जाएगा। यह था मामला
24 अगस्त को एलएलएम की छात्रा ने वीडियो वायरल कर स्वामी चिन्मयानंद पर गंभीर आरोप लगाए और लापता हो गई थी। 27 अगस्त को उसके पिता ने स्वामी चिन्मयानंद पर अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया। इससे पहले 22 अगस्त को स्वामी चिन्मयानंद के अधिवक्ता ओम सिंह ने अज्ञात के खिलाफ रंगदारी मांगने की रिपोर्ट लिखाई थी