मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने शुक्रवार को आरोप लगाया किदेश में ‘ध्रुवीकरण तेज करने’ और ‘सांप्रदायिक वोट बैंक’ को मजबूत बनाने के अपने प्रयासों के तहत भाजपा और आरएसएस राष्ट्रीय जनसंख्या पंजी के आधार पर राष्ट्रीय नागरिक पंजी तैयार करने के प्रयास कर रहे हैं।
पार्टी की केन्द्रीय समिति की दो दिवसीय बैठक सम्पन्न होने के बाद यहां संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि विभिन्न भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने अपने राज्यों में राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) की मांग की है।
Lynching mobs are free to roam about, killing people. Those who raise their voice are persecuted & branded. This is the true character of RSS/BJP to intimidate Indian patriots. The battle is Patriotism vs Hatred: Hatriotism will not be allowed to succeed. https://t.co/pXFqy6gGlj
— Sitaram Yechury (@SitaramYechury) October 4, 2019
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जनसंख्या पंजी (एनपीआर) खतरनाक है। इस सरकार ने एनपीआर बनाये जाने की तैयारी फिर से शुरू की है। ऐसा एनपीआर के आधार पर अखिल भारतीय एनआरसी बनाये जाने की तैयारी के लिए किया जा रहा है।
Tactics to be adopted in the state elections for Maharashtra & Haryana were discussed. Discussions with the Left, secular & democratic forces are on. Our bid is to defeat the communal-fascistic forces led by BJP and its allies and to strengthen the Left presence in the assemblies https://t.co/RQqnQcJ7WD pic.twitter.com/AAGw156K3o
— Sitaram Yechury (@SitaramYechury) October 4, 2019
केन्द्र सरकार ने कुछ राज्यों से ऐसी इमारतों का निर्माण शुरू किये जाने के लिए कहा है जिनका इस्तेमाल हिरासत केन्द्रों के रूप में किया जा सके। येचुरी ने दावा किया कि माकपा की केन्द्रीय समिति ने असम से बाहर एनआरसी के विस्तार का विरोध किया है। इस सरकार ने एनपीआर के लिए तैयारी शुरू की है।
The Economy is a mess, and our Central Committee calls upon all its units to mobilise the largest sections of the people in response to the call given by the Left parties for an all India protest between October 10 & 16 on our very specific demands. https://t.co/1v9oNThHI9 pic.twitter.com/sj6ZO2Toit
— Sitaram Yechury (@SitaramYechury) October 4, 2019
उन्होंने आरोप लगाया कि भारत में आर्थिक सुस्ती से बड़े पैमाने पर बेरोजगारी पैदा हो गई है और लाखों कर्मचारियों की छंटनी हुई है तथा लगातार कृषि संकट लोगों की परेशानियों को बढ़ा रहा है।
साक्षी प्रभा पर छपी खबर के अनुसार, येचुरी ने कहा कि उनकी पार्टी ने सरकार की आर्थिक नीतियों के खिलाफ 10 अक्टूबर से 16 अक्टूबर के बीच विरोध प्रदर्शन करने के वास्ते लोगों को एकजुट करने लिए अपनी सभी इकाइयों से कहा है। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय समिति ने महाराष्ट्र और हरियाणा की राज्य विधानसभाओं के चुनावों के लिएरणनीतियों पर भी चर्चा की।