कोरोना वायरस: पाकिस्तान में लगातार बिगड़ने लगे हैं हालात!

   

पाकिस्तान में जानलेवा कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। बीमारी की दहशत के बीच, देश भर में लॉकडाउन जैसे हालात हैं। बीमारी से सर्वाधिक प्रभावित सिंध के सभी शहरों में बाजार बंद हैं।

 

खास खबर पर छपी खबर के अनुसार, प्रांतीय सरकार ने किराने की दुकानों, चिकन-मटन-मछली जैसी कुछ खास खाने-पीने की दुकानों और दवा की दुकानों को छोड़कर बाकी सभी तरह की दुकानों और कारोबार को बंद रखने का आदेश दिया है।

 

सभी होटल, रेस्टोरेंट, शॉपिंग सेंटर, इलेक्ट्रॉनिक, मोबाइल, फर्नीचर, कपड़ों आदि के बाजारों को बंद कर दिया गया है।

 

वायरस के फैलाव को रोकने के मकसद से जारी इस आदेश का पालन कराने में प्रशासन को काफी दिक्कतें भी आ रही हैं। सिंध में हैदराबाद जैसी कई जगहों पर दुकानों को बंद कराने में प्रशासन को पुलिस की मदद लेनी पड़ी है।

 

दुकानदारों का कहना है कि प्रशासन उनके कारोबार को जबरन बंद करा रहा है। उन्होंने कहा कि अगर उन्हें कारोबार बंद रखने के लिए कहा जा रहा है तो सरकार इसकी भरपाई में उन्हें मुआवजा दे।

 

लोगों की भीड़ खासकर खाने-पीने की चीजों की दुकानों पर उमड़ रही है। लोग आने वाले समय में हालात और खराब होने के डर से खाने-पीने के सामानों की अधिक से अधिक खरीदारी कर रहे हैं। इसके अलावा शहरों में अन्य जगहों पर सन्नाटा पसरा हुआ है।

 

सिंध में कुछ आवश्यक सेवाएं देने वाले विभागों को छोड़कर बाकी सभी सरकारी दफ्तर बंद कर दिए गए हैं। यह स्थिति अभी पंद्रह दिन तक रहेगी।

 

पंजाब, बलूचिस्तान, खैबर पख्तूनख्वा के तमाम इलाके ऐसे ही अघोषित लॉकडाउन की स्थिति से गुजर रहे हैं। खाने-पीने की दुकानों, किराने की दुकानों और दवा की दुकानों के अलावा अन्य तमाम तरह के कारोबार पर कई तरह के प्रतिबंध लगाए गए हैं।

 

या तो इन्हें फिलहाल बंद करने को कहा गया है या फिर इनकी समयावधि घटा दी गई है। पंजाब में देर रात तक खुले रहने वाले मॉल समय से काफी पहले बंद किए जाए रहे हैं। सरकारी दफ्तरों का समय भी घटा दिया गया है।

 

पाकिस्तान में आधिकारिक रूप से पहला लॉकडाउन खैबर पख्तूनख्वा के मरदान की यूनियन कौंसिल मंगाह में घोषित किया गया है।

 

इस नगरीय क्षेत्र में न कोई बाहरी आ सकता है और न ही यहां से कोई बाहर जा सकता है। देश में कोरोना वायरस से पहले मरीज की मौत इसी इलाके में हुई है।