बाबरी मस्जिद पर फैसले को लेकर शरद पवार ने दिया बड़ा बयान, किया आगाह!

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उच्चतम न्यायालय द्वारा अयोध्या भूमि विवाद मामले में फैसला अगले महीने देने की संभावना के बीच राकांपा प्रमुख शरद पवार ने बुधवार को कहा कि ‘कुछ ताकतें’ देश में स्थिति का लाभ उठाते हुए समुदायों के बीच दरार डालने की कोशिश कर सकती हैं।

प्रभा साक्षी पर छपी खबर के अनुसार, उन्होंने समाज के सभी वर्गों में शांति कायम रखने की बात कही। पवार ने यह टिप्पणी राकांपा विधायकों की बैठक में की। इन विधायकों ने अजीत पवार को विधायक दल का नेता चुना है।

बाबरी मस्जिद गिराए जाने के बाद अल्पसंख्यकों में अलग भावना
दशकों पुराने भूमि विवाद का हवाला देते हुए पवार ने कहा कि राम जन्मभूमि देश के बड़े तबके के लोगों के लिए आस्था का विषय है। वहीं, 1992 में बाबरी मस्जिद गिराए जाने को लेकर देश के अल्पसंख्यकों में अलग तरह की भावना है।

शरद पवार बोले
पवार ने कहा, ‘‘मैं अल्पसंख्यकों में यह भावना देखता हूं कि न्यायपालिका जो भी फैसला देगी, वे स्वीकार करेंगे। समाज में शांति बनी रहे, इसके लिए कदम उठाने की जरूरत है।’’

उन्होंने कहा कि इस मौके का फायदा कुछ ताकतें उठा सकती हैं और समुदायों में दरार डालने की कोशिश कर सकती हैं। हालांकि, राकांपा नेता ने ‘ताकत’ का नाम नहीं लिया। अयोध्या भूमि विवाद मामले में शीर्ष अदालत ने 16 अक्टूबर को अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था।