नई दिल्ली – दिल्ली हिंसा को लेकर आधी रात को सुनवाई करने वाले जज एस मुरलीधर की गुरुवार को विदाई हो गई। उनको विदाई देने के लिए दिल्ली हाई कोर्ट परिसर में सैकड़ों की संख्या में वकील जुटे हुए थे। जस्टिस एस. मुरलीधर का तबादला उस समय कर दिया गया था, जब उन्होंने दिल्ली हिंसा की सुनवाई करते हुए पुलिस को जमकर फटकार लगाई थी। उनके तबादले के बाद जमकर हंगामा हुआ था और आज उनका शानदार अंदाज में फेयरवेल भी हुआ। बता दें कि जस्टिस मुरलीधर ने दिल्ली दंगों से जुड़े मामले की सुनवाई की थी और भड़काऊ भाषण पर कपिल मिश्रा, अनुराग ठाकुस समेत बीजेपी नेताओं के खिलाफ एफआईआर के आदेश दिए थे। दिल्ली हाई कोर्ट के जस्टिस एस मुरलीधर का तबादला पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय में कर दिया गया है। फेयरवेल का यह कार्यक्रम दिल्ली हाई कोर्ट में रखा गया। जस्टिस मुरलीधर को फेयरवेल देने के लिए दिल्ली हाई कोर्ट में प्रैक्टिस कर रहे तमाम वकीलों की भीड़ उमड़ आई। जस्टिस मुरलीधर को अलविदा कहने के लिए इतने लोग पहुंचे कि वहां बैठने की जगह तक नहीं बची और लोग सीढि़यों पर खड़े हो गए। इस फेयरवेल प्रोग्राम की तस्वीरें दिल्ली हाई कोर्ट की एडवोकेट नंदिता राव ने अपनी फेसबुक वॉल पर शेयर की हैं। तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है कि किस तरह काले कोट पहने वकीलों का परिसर में जमावड़ा लगा हुआ है। बता दें दिल्ली हाई कोर्ट के जज के तौर पर उन्होंने 27 फरवरी को आखिरी सुनवाई की।
हाई कोर्ट ने कभी किसी जज की इतनी शान से विदाई नहीं देखी
सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने ट्वीट कर कहा कि हाई कोर्ट में गुरुवार को न्यायमूर्ति मुरलीधर को विदाई दी गई, जिन्हें दिल्ली पुलिस को दंगा अधिनियम पढ़कर सुनाने के दिन रात 11 बजे स्थानांतरित कर दिया था। हाई कोर्ट ने कभी किसी जज की इतनी शान से विदाई नहीं देखी। उन्होंने दिखाया कि शपथ के प्रति ईमानदार एक न्यायाधीश संविधान को बनाए रखने और अधिकारों की रक्षा करने के लिए क्या कर सकता है।