कर्नाटक- मस्जिदों में बाटे जा रहे हैं सैंपल फॉर्म, इमाम बोले- तैयार रखें अपने कागजात !

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दक्षिण भारत  के कुछ राज्‍यों में मस्जिदों से जुमे की नमाज पर मुस्लिम समुदाय के लोगों को अपने पहचान संबंधी दस्‍तावेजों की फिर से जांच करने की हिदायत दी जा रही है. मुस्लिमों से कहा जा रहा है कि नेशनल रजिस्‍टर ऑफ सिटिजंस (NRC) और नागरिकता संशोधन विधेयक 2019  के मद्देनजर अपने दस्‍तावेज  की हर कमी को दरुस्‍त कर लें ताकि भविष्‍य में परेशानी का सामना नहीं करना पड़े. हालांकि धार्मिक नेताओं का कहना है कि इन घोषणाओं का एनआरसी से कोई लेना-देना नहीं है. हम एहतियातन यह कदम उठा रहे हैं. उनके मुताबिक, गृह मंत्री अमित शाह ने साफ कर दिया है कि एनआरसी को पूरे देश में लागू किया जाएगा

इसी को देखते हुए कर्नाटक की मस्जिदों ने मुसलमा’नो को अपने दस्तावेज दुरुस्त रखने को कहा गया है। मामले में इमामों और मौलवियों ने मुस्लि’मों से अपील की है कि अगर उनके दस्तावेज में कुछ थोड़ी भी गड़बड़ी है तो वे उसे ठीक करा लें। बता दें कि लोगों को उनके दस्तावेज तैयार रखने और गलतियों को सुधारने में मदद के लिए बेंगलुरू में जामिया मस्जिद में तीन महीने पहले एक नागरिक केंद्र भी खोला गया था।

आपको बता दें बेंगलुरू जामिया मस्जिद के इमाम मकसूद इमरान ने कहा की भारत के हर नागरिक के लिए अपना दस्तावेज दुरुस्त कराना जरूरी है। इसे ही ध्यान में रखते हुए जामिया मस्जिद के माध्यम से यह प्रयास किया जा रहा है जिसमें हम मुस्लि’मों को अपने रिकॉर्ड पूरी तरह से दुरुस्त रखने की सलाह देते हैं।

बेंगलुरु में जामिया मस्जिद के इमाम मकसूद इमरान ने कहा की हमने जामिया मस्जिद में नागरिक केंद्र की भी स्थापना की है, जहां हम लोगों से कुछ दस्तावेज तैयार रखने और उनमें कोई गलती तो नहीं है, यह सुनिश्चित करने को कहते हैं। इमाम ने यह भी कहा कि कभी-कभी आधार, पैन कार्ड, मतदाता पहचान पत्र एवं अन्य दस्तावेजों में नाम में फर्क होता है। और सभी को इन गलतियों को सुधार लेना चाहिए।

न्यूज़ एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, भारत के हर नागरिक के लिए अपना दस्तावेज दुरुस्त रखना जरूरी है. इसे ही ध्यान में रखते हुए जामिया मस्जिद के माध्यम से यह प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा, हमने जामिया मस्जिद में नागरिक केंद्र की स्थापना की है, जहां हम लोगों से कुछ दस्तावेज तैयार रखने और उनमें कोई गलती तो नहीं है, यह सुनिश्चित करने को कहते हैं।

हलाकि इमाम इमरान ने कहा की इस मुहिम का एनआरसी से कोई लेना-देना नहीं है क्योंकि दक्षिण भारत में घु’सपै’ठ कोई मुद्दा नहीं है इसलिए एनआरसी को लेकर डरने या चिंतित होने की जरूरत नहीं है।