श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने शनिवार को देश में लगे आपातकाल की समयावधि और बढ़ा दी। अप्रैल में ईस्टर रविवार को हुए धमाकों के बाद सुरक्षा कारणों के चलते आपातकाल घोषित किया गया था। इन धमाकों में 258 लोग मारे गये थे।
पार्स टुडे डॉट कॉम के अनुसार, मैत्रीपाला सिरिसेना ने कहा कि उनका मानना है कि देश में ‘सार्वजनिक आपातकाल’ था और वह आपातकाल की स्थिति को बढ़ाते हुए सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम के प्रावधानों को लागू कर रहे हैं।
संदिग्धों को पकड़ने और हिरासत में लेने के लिए पुलिस और सुरक्षा बलों को व्यापक अधिकार देने वाला यह कड़ा कानून शनिवार को समाप्त होने वाला था।
कोलंबो में तीन गिरजाघरों और तीन होटलों का निशाना बनाते हुए किए गए धमाकों के सिलसिले में 10 महिलाओं सहित 100 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है।
आपातकाल बढ़ाने के फ़ैसले के पीछे पुलिस द्वारा कई शीर्ष अधिकारियों के ख़िलाफ़ आपराधिक जांच की घोषणा बताई जा रही है। इन आरोपों में बम विस्फोट के मामले में लापरवाही और चूक शामिल है।
सिरीसेना के अचानक यह फ़ैसला लेने पर सरकार की ओर से तत्काल कोई बयान जारी नहीं किया गया लेकिन राजधानी में सुरक्षा कड़ी बनी हुई है।