अध्यात्मिक गुरू श्री श्री रविशंकर ने अयोध्या राम मंदिर और बाबरी मस्जिद मामले में मुस्लिम पक्ष से अपील की है कि वह शीर्ष अदालत के फैसले के खिलाफ पुनर्विचार याचिका दाखिल करने के अपने निर्णय पर फिर से विचार करें।
सूत्रों के अनुसार, मुस्लिम संगठन जमीयत-ए-उलेमा-ए-हिंद मंगलवार को पुनर्विचार याचिका दायर कर सकता है।
न्यूज़ ट्रैक पर छपी खबर के अनुसार, श्री श्री रविशंकर ने कहा है कि, मुस्लिम पक्ष का यह अधिकार है कि वह शीर्ष अदालत के फैसले के खिलाफ पुनर्विचार याचिका दायर करें। उनके पास एक अवसर है।
यह मसला अब समाप्त हो चुका है, इसलिए मैं उनसे कहना है कि वे अपने निर्णय (पुनर्विचार याचिका दाखिल करने) पर फिर से विचार करें। दोनों पक्षों ने अयोध्या फैसले को स्वीकार कर लिया है।
रविशंकर से जब यह पुछा गया कि क्या इस मामले में मुस्लिम पक्ष दोहरा रवैया अपना रहा है तो उन्होंने कहा, मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं कर सकूंगा।
अयोध्या में रामजन्मभूमि विवाद पर सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के खिलाफ आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड दिसंबर के पहले हफ्ते में पुनर्विचार याचिका दाखिल करेगा।
बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी के अध्यक्ष जफरयाब जिलानी ने कहा कि याचिका आठ दिसंबर से पहले दायर की जानी है। हालांकि अभी इसकी कोई तिथि निर्धारित नहीं है।