दिल्ली के जामिया यूनिवर्सिटी में नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन में डेढ़ दर्जन से ज्यादा छात्र घायल हो गए हैं और कई छात्रों को हिरासत में भी लिया गया है. जिनको बाद में छोड़ दिया गया है.
बता दें की मंगलवार को जामिया शिक्षक संघ और छात्रों ने नागरिकता कानून और NRC के विरोध में शांतिपूर्ण प्रदर्शन का ऐलान किया था लेकिन देखते ही देखते हालात बेकाबू हो गए और पुलिस ने करीब बीस से तीस राउंड आंसू गैस चलाए और लाठीचार्ज भी किया.
हालांकि विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि इस प्रदर्शन में बाहरी लोगों के शामिल होने के चलते ये हालात बने. इस बीच प्रदर्शन में शामिल छात्रों को कैंपस में लौटने के लिए जामिया शिक्षक संघ के महासचिव माजिद जमील लगातार लाउडस्पीकर से कोशिश करते रहे .
जामिया शिक्षक संघ के महासचिव प्रोफेसर माजिद जमील का कहना है कि बड़े अफसोस की बात है कि आज हिन्दुस्तान में जो कुछ हो रहा है उससे छात्र और शिक्षक सड़क पर हैं. हम इसका विरोध करते हैं क्योंकि भारत एक धर्म निरपेक्ष देश है ये हिन्दू या मुसलमान की बात नहीं है.
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