राम मंदिर पर निर्णायक सुनवाई शुरू होने से पहले सुन्नी वक्फ बोर्ड ने सुप्रीम कोर्ट में एक एफिडेविट दिया है। इस हलफनामे में अयोध्या की विवादत भूमि से अपना दावा छोड़ने की बात कही गई है। ये हलफनामा मध्यस्थता कमेटी के सदस्य श्रीराम पंचु के जरिए दिया गया है।
#RamMandirRumble | UP Sunni Waqf Board lawyer denies any settlement, says not withdrawing title suit. @AneeshaMathur gets us more details.#ITVideo
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इंडिया टीवी न्यूज़ डॉट कॉम के अनुसार, सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या केस पर सुनवाई का आज 40वां दिन है। चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने मंगलवार को स्पष्ट कर दिया था कि अब इसकी सुनवाई और नहीं खींची जाएगी। इसका मतलब है कि सुनवाई की प्रक्रिया आज ही खत्म हो सकती है जिसके बाद फैसला सुप्रीम कोर्ट की संवैधानिक पीठ के पास सुरक्षित हो जाएगा।
Dropping its claim to the land on which the historic Babri Masjid stood for centuries before it was demolished – the primary Muslim litigant in the title dispute case has informed the SC that it no longer wishes to pursue its appeals in the matter. https://t.co/h9poexwJyw
— The Wire (@thewire_in) October 16, 2019
उम्मीद की जा रही है कि पांच सदस्यीय संवैधानिक पीठ अयोध्या केस में अगले महीने की 17 तारीख तक कभी अपना फैसला सुना सकती है। 17 नवंबर को ही चीफ जस्टिस रंजन गोगोई रिटायर होने जा रहे हैं।