चेहरे से ही मासूम दिखने वाली 15 साल की ज्योति प्रियदर्शी ने बुधवार को आईआईटी आईएसएम में माइनिंग मशीनरी इंजीनियरिंग में एडमिशन लिया। छात्र-छात्राओं के बीच आकर्षण का केंद्र बनी ज्योति ने 13 साल (2017) में 10वीं और इस साल 2019 यानी की अपने 16वें वर्ष में 12वीं के साथ जेईई एडवांस क्वालीफाई किया।
ज्योति ने कहा कि उसने छठी में सातवीं कक्षा की पढ़ाई की और सातवीं कक्षा में आठवीं और नौवीं कक्षा की पढ़ाई पूरी कर ली। इसके बाद 10वीं बोर्ड और 11वीं-12वीं की पढ़ाई की।
उसने कहा कि योजनाबद्ध एवं टाइम मैनेजमेंट का पालन कर पढ़ाई करेंगे, तो मंजिल जरूर मिलेगी। अगले चार से पांच साल यानी 19-20 वर्ष की आयु में ज्योति इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी कर लेगी।
ज्योति को 12वीं सीबीएसई बोर्ड परीक्षा में 84.4 फीसदी एवं 10वीं में 89.5 फीसदी अंक मिले थे। जेईई एडवांस में कैटेगरी रैंक 342 है। वह उत्तर प्रदेश के रायबरेली के बितौड़ा गांव की रहने वाली है।
पिता सुरेश चौधरी जूनियर स्कूल में शिक्षक एवं मां मंजू चौधरी गृहणी हैं। इस सत्र में चतुर्भुज और ज्योति अलावा नामांकन लेने वाले कई छात्र-छात्राएं 24 से 25 वर्ष में इंजीनियर बन जाएंगे।
मैंने एक साल ड्रॉप करने की सोची। मुझे लगा ही नहीं था कि सीट मिलेगी, लेकिन मुझे सीट आवंटित हो गई, यह मेरे लिए खुशी की बात है। जेईई एडवांस के लिए 11वीं एवं 12वीं की पढ़ाई ठीक से की जाए तो करंट ईयर (12वीं बोर्ड के साथ जेईई) में सफलता पाई जा सकती है।
कांसेप्ट क्लियर जरूर करें। मुझे उम्मीद है कि आईआईटी आईएसएम में बेहतर माहौल मिलेगा। आगे चलकर ब्रांच बदलाव का विकल्प रहेगा। मैं प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी भी जारी रखूंगी।
साभार- ‘हिन्दुस्तान लाइव’