महाराष्ट्र राजनीतिक संकट: सुप्रीम कोर्ट ने सुनाया बड़ा फैसला, बीजेपी को..?

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महाराष्ट्र में भाजपा की देवेंद्र फडणवीस सरकार के भविष्य पर सुप्रीम कोर्ट ने आज फैसला सुना दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए कहा है कि 27 नवम्बर यानी बुधवार को फ्लोर टेस्ट करवाया जाए।

खास खबर पर छपी खबर के अनुसार, बुधवार शाम पांच बजे तक विधायकों को शपथ दिला दी जाए। इसके बाद महाराष्ट्र सरकार का फ्लोर टेस्ट करवाए जाए। इस दौरान विधायकों का मतदान गुप्त नहीं होगा और मतदान लाइव होगा। राज्यपाल प्रोटेम स्पीकर नियुक्त करें। प्रोटेम स्पीकर ही कराएगा महाराष्ट्र में फ्लोर टेस्ट ।

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने महाराष्ट्र के प्रदेशाध्यक्ष बालासाहेब थोराट को कांग्रेस के विधायक दल के नेता चुन लिया गया है। इनका नाम पर अंतिम मोहर लगा दी है।

संजय राउत ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा है कि हमारे विधायकों को तोड़ने की कोशिश जारी है, हमारे एक भी विधायक नहीं टूटेगा। एनसीपी के 51 विधायक वापस आ गए हैं।बिना बहुमत के कैसे सीएम पद की शपथ दिला दी गई?

राउत ने कहा कि महाराष्ट्र में पैसे का खेल चल रहा है। महाराष्ट्र ऐसे लोग घूम रहे हैं फर्जी। शिवसेना के नेता एकनाथ शिंदे हैं। एनसीपी का विधायक दल के नेता जयंत पाटील हैं। हमने अपना आंकड़ा दिखा दिया। मुझे बीजेपी के बारे में क्यों बात करनी है।

बीजेपी ने राज्यपाल को फर्जी चिट्ठी दिखाई। एक भगत सिंह देश के लिए फांसी पर चढ़ गए और एक भगत सिंह कोश्यारी ने लोकतंत्र की हत्या कर दी।

शिवसेना नेता संजय राउत ने दावा किया कि हमारे साथ और भी विधायक जुड़ सकते हैं। राउत ने अपने ट्वीट में लिखा है कि 162 और अधिक… बस इंतजार कीजिए और देखिए। राउत के ट्वीट से पहले सोमवार शाम को शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी ने अपने विधायकों की परेड कराई।

इससे पहले विधायकों ने ली एकता की शपथ। शक्ति प्रदर्शन के दौरान 162 विधायकों ने शरद पवार, सोनिया गांधी और उद्धव ठाकरे के नाम की शपथ ली, जिसमें किसी भी परिस्थिति में एक साथ रहने की बात कही गई। वहीं शरद पवार ने इस दौरान अपने संबोधन में केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि ये मणिपुर-कर्नाटक नहीं है, बल्कि महाराष्ट्र है।