संयुक्त राष्ट्र बाल कोष का कहना है कि सीरिया में पिछले 9 साल में युद्ध के कारण 9,000 बच्चे या मारे गए या फिर घायल हुए हैं। 9 साल पहले शुरू हुए युद्ध में अब तक 48 लाख बच्चे पैदा हुए हैं।
डी डब्ल्यू हिन्दी पर संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) ने सीरियाई गृहयुद्ध के दस साल में दाखिल होने पर कहा है कि इस अवधि में लगभग 48 लाख बच्चे पैदा हुए हैं।
यूनिसेफ का कहना है कि इसके अलावा दस लाख बच्चे शरणार्थी शिविरों में पैदा हुए जिनके परिवारों ने युद्ध से बचने के लिए दूसरे देशों में शरण ली थी। यूनिसेफ की कार्यकारी निदेशक हेनरिएटा फोर ने एक हफ्ते पहले ही सीरिया का दौरा किया था।
उन्होंने कहा,”सीरिया में युद्ध ने एक और शर्मनाक पड़ाव पूरा किया है। अब जबकि सीरियाई युद्ध दसवें साल में दाखिल हो गया है, लाखों बच्चे भी अपने जीवन का दूसरा दशक युद्ध, हिंसा, मौत और विस्थापन के माहौल में ही शुरू कर रहे हैं। ऐसे माहौल में हर हाल में शांति स्थापना की जरूरत पहले से कहीं ज्यादा नजर आ रही है।
सीरिया में साल 2014 से आधिकारिक आंकड़े इकट्ठा किए जा रहे हैं. यूनिसेफ का कहना है कि, 9 हजार से अधिक बच्चे या तो मारे गए या फिर जख्मी हुए।
साथ ही यूनिसेफ ने बताया कि इस दौरान लगभग पांच हजार बच्चों को युद्ध में भाग लेने के लिए भर्ती किया गया, उनमें से कुछ की उम्र 7 साल थी। दूसरी तरफ लगभग एक हजार शैक्षिक और चिकित्सा ठिकानों पर हमले हुए।
यूनीसेफ प्रमुख ने कहा, यह बहुत ही दुखद है कि पश्चिमोत्तर हिस्सों समेत अनेक हिस्सों में हिंसा और संघर्ष अब भी जारी है जिसका बच्चों पर बहुत गंभीर असर पड़ रहा है।
हालांकि कुछ और इलाकों में बच्चे अपने खोए हुए बचपन को फिर संभालने की कोशिश कर रहे हैं, और अपनी जिंदगी को आहिस्ता-आहिस्ता पटरी पर लाने की कोशिश कर रहे है।
संस्था ने चेतावनी दी है कि, बच्चों पर इस युद्ध का असली प्रभाव बहुत गहरा होने वाला है। यूनिसेफ के मध्य पूर्व और उत्तरी अफ्रीका के क्षेत्रीय निदेशक टेड चाइबन का कहना है कि उत्तर पश्चिमी सीरिया में जारी सरकारी सेना की कार्रवाई बच्चों पर गंभीर असर छोड़ेगी।
उत्तर पश्चिमी सीरिया पर विद्रोहियों का कब्जा है और सेना उसे छुड़ाना चाहती है।