गोलान हाइट्स को हर हाल में इजरायल से छुड़ा कर वापस लेंगे- सीरिया

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सीरिया ने इस्राईल द्वारा ज़मीन को हड़पने और अतिग्रहित गोलान हाइट्स में सीरियाई नागरिकों के ख़िलाफ़ उसकी दमनकारी नीतियों की अंतर्राष्ट्रीय क़ानून के खुले उल्लंघन के रूप में निंदा करते हुए कहा है दमिश्क़ के पास अतिग्रहित भूमि पर फिर से अपना नियंत्रण क़ायम करने का अधिकार सुरक्षित है।

सीरिया के विदेश मंत्रालय ने बुधवार को संयुक्त राष्ट्र महासचिव और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के नाम ख़त में बल दिया कि अतिग्रहित गोलान हाइट्स सीरिया का अभिन्न अंग है और यह अरब देश इस इलाक़े पर अपना नियंत्रण फिर से क़ायम करने के लिए सभी साधन इस्तेमाल करेगा, क्योंकि यह हमेशा रहने वाला अधिकार है जिसे निर्धारित नहीं किया जा सकता।

पार्स टुडे डॉट कॉम के अनुसार, इस ख़त में इस बात का उल्लेख है कि तेल अविव शासन ने हाल में अतिग्रहित गोलान हाइट्स में सीरियाई नागरिकों को इस बात के लिए बाध्य किया कि जो ज़मीन उन्होंने अपने पूर्वजों से मीरास में पायी है उसका वह अतिग्रहणकारी इस्राईली शासन के संबंधित विभाग में पंजीकृत कराएं अगर वह मालेकाना हक़ का दस्तावेज़ इस्राईल से पाना चाहते हैं।

उन इलाक़ों में ऐन अर्रिहान और सअर नदी के बीच स्थित खेतिहर भूमि शामिल है। सीरिया के विदेश मंत्रालय ने सुरक्षा परिषद से अपील की कि वह अतिग्रहित गोलान हाइट्स में हमारी जनता के ख़िलाफ़ दमनकारी कार्यवाही और अवैध कॉलोनियों के निर्माण से इस्राईल को रोककर वहां अंतर्राष्ट्रीय शांति व सुरक्षा क़ायम रखे।

सीरियाई विदेश मंत्रालय के बयान में इस देश की जनता के इस्राईल के अतिग्रहण के ख़िलाफ़ प्रतिरोध की सराहना हुयी है। ग़ौरतलब है कि ज़ायोनी शासन ने 1967 की 6 दिवसीय जंग में सीरिया के गोलान हाइट्स इलाक़े पर क़ब्ज़ा कर लिया, जिसे अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने कभी भी मान्यता नहीं दी।