सीरिया: खौफ़ को दूर करने के लिए बम हमले के दौरान मां- बाप अपनी बच्ची से साथ लगाता हैं ठहाके!

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सीरिया के इदलिब में सरकार समर्थक सेना और विद्रोहियों के बीच लगातार बढ़ते तनाव और हवाई हमलों के बीच एक पिता ने अपनी 4 साल की बच्ची को इस खौफ से निकालने का नया तरीका ईजाद किया है।

 

भास्कर डॉट कॉम पर छपी खबर के अनुसार, जब सरकार समर्थक रूसी सेना के विमान इदलिब और उससे सटे इलाकों में बमबारी करते हैं, तो 4 साल की सलवा डरने की बजाय ठहाके मारकर हंसने लगती है।

 

 

ऐसा ही उसके माता-पिता भी करते हैं। खौफ के बीच ठहाके लगाने का यह तरीका सलवा के पिता अब्दुल्ला अल- मोहम्मद ने निकाला है। इसे उन्होंने लॉफ्टर गेम नाम दिया है।

 

 

सलवा और मोहम्मद का यह वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें दिख रहा है कि बम धमाकों की आवाज के बीच सलवा कैसे खिलखिलाकर हंस रही है।

 

इसमें उसके पिता को सवाल पूछते भी देखा जा सकता है। हर धमाके पर सलवा और उसके पिता को ठहाके लगाते देखा जा सकता है। सलवा और उसके माता-पिता को इदलिब छोड़कर जाना पड़ा। अब वे सीमावर्ती इलाके में रिश्तेदार के घर में रह रहे हैं।

 

मोहम्मद बताते हैं, ‘यह मनोवैज्ञानिक रूप से जीवित रहने का तरीका है। यहां रोज बमबारी होती है। हर तरफ धमाकों और गोलाबारी की आवाज रूह कंपा देती है। पहले सलवा इनकी आवाज सुनकर डर जाती थी।

 

हमें डर था कि कहीं वह युद्ध के ट्रॉमा या आघात की शिकार न हो जाए। ऐसे में हमने उसका ध्यान भटकाने के लिए इन धमाकों को खेल का रूप दे दिया। जब भी बम धमाका होता है या फाइटर जेट की आवाज आती है, तो हम सलवा से सवाल पूछते हैं कि यह क्या है, वो जवाब देती है और हम हंसने लगते हैं।’

 

सलवा के पिता अल मोहम्मद बताते हैं, ‘मैंने अपनी बेटी को युद्ध के आघात से बचाने के लिए इस खेल को शुरू किया। जब भी फाइटर जेट या बमबारी की आवाज आती है, तो मैं सलवा से पूछता हूं- ये विमान है या बम?

 

वो जो भी जवाब देती है, उस पर मैं गिरने का नाटक करता हूं और फिर हम सब मिलकर जोर-जोर से हंसते हैं। वजह जो भी हो, अब इसमें सलवा को भी मजा आने लगा है।’