सरायकेला-खरसावां के धातकीडीह मॉब लिंचिंग मामले में तबरेज अंसारी (22) की पत्नी शाहिस्ता परवीन सोमवार को डीसी ऑफिस पहुंची। उन्होंने डीसी ए दोड्डे से मुलाकात कर पति की मौत मामले में एसडीओ डॉ बसारत क्यूम की जांच रिपोर्ट व बिसरा रिपोर्ट की कॉपी उपलब्ध कराने की मांग की।
Tabrez Ansari's wife threatens to commit suicide if accused aren't booked for murder https://t.co/iZx1Se6l2n
— DNA (@dna) September 16, 2019
प्रभात खबर पर छपी खबर के अनुसार, उन्होंने रिपोर्ट उपलब्ध नहीं कराने पर परिवार संग आमरण अनशन की चेतावनी दी। कहा, उनके पति तबरेज की मौत ग्रामीणों की पिटाई व पुलिस पदाधिकारी व डॉक्टरों की लापरवाही के कारण 22 जून को सदर अस्पताल में हुई थी।
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इस संबंध में आरोपियों के खिलाफ सरायकेला थाने में हत्या की प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी। लेकिन पुलिस ने चार्जशीट में आरोपियों के खिलाफ हत्या की धारा (302) हटा कर गैर-इरादतन हत्या की धारा (304) लगा दी। न्यायालय में गलत चार्जशीट दाखिल की गयी है।
Sahista Parveen, wife of Tabrez Ansari who was lynched in Jharkhand in June: If the murderers are not charged with section 302 (murder) & hanged, I will commit suicide. Whole world knows how my husband died but nobody in the administration is ready to stand with us. pic.twitter.com/zf8xRXSMgt
— ANI (@ANI) September 16, 2019
मुझे न्याय के लिए आगे दोनों रिपोर्ट उपलब्ध कराया जाये। इसके अलावा शाहिस्ता ने तबरेज का जेल व सदर अस्पताल में किन-किन डॉक्टरों ने किस तारीख को क्या इलाज किया? इसकी रिपोर्ट मांगी। उन्होंने कहा कि 30 अगस्त को भी ज्ञापन के माध्यम से रिपोर्ट मांगी थी, लेकिन उपलब्ध नहीं करायी गयी।
मामले में पुलिस ने मेडिकल रिपोर्ट, पोस्टमार्टम रिपोर्ट समेत अन्य आधार पर पिछले माह अदालत में चार्जशीट दाखिल की थी, जिसमें आरोपियों के खिलाफ धारा 302 की जगह धारा 304 लगा दी गयी थी।
मालूम हो कि 17 जून की रात ग्रामीणों ने चोरी के आरोप में मो तबरेज की पिटाई कर दी थी। 18 जून को पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा था। सरायकेला जेल में तबीयत बिगड़ने पर उसे अस्पताल भेजा गया गया था, जहां 22 जून को उसकी मौत हो गयी थी। मामले में पुलिस ने 13 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।