अगर ऐसा हुआ तो अफगानिस्तान की सरकार में शामिल हो सकता है तालिबान!

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अफ़ग़ानिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने स्पष्ट किया है कि अफ़ग़ानियों और तालेबान के बीच वार्ता यदि किसी परिणाम तक पहुंचती है तो फिर तालेबान को सरकार में शामिल किया जा सकता है।

पार्स टुडे डॉट कॉम के अनुसार, हम्दुल्लाह मुहिब ने कहा है कि अशरफ़ ग़नी की सरकार तालेबान के साथ बिना किसी शर्त के वार्ता को तैयार है। उन्होंने कहा कि वार्ता में किसी सहमति तक पहुंचने की स्थिति में तालेबान, सरकार में शामिल हो सकते हैं।

उन्होंने अमरीका और अफ़ग़ानिस्तान के बीच 9 चरणों की वार्ता को महत्वहीन बताते हुए कहा कि वास्तविक शांति वार्ता उस समय होगी जब यह तालेबान और अफ़ग़ानियों के बीच हो।

अफ़ग़ानिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने कहा कि 28 सितंबर 2019 को देश में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से पहले तालेबान के साथ किसी समझौते तक पहुंचना संभव दिखाई नहीं दे रहा है।

हम्दुल्लाह मुहिब का यह बयान इस स्थिति में आया है कि जब अफ़ग़ानिस्तान के “तुलू” न्यूज़ चैनेल ने रिपोर्ट दी है कि अमरीका और तालेबान कुछ दिनों के भीतर एक समझौता कर सकते हैं जिसके आधार पर अफ़ग़ानिस्तान में मौजूद 14000 अमरीकी सैनिकों की संख्या घटकर 5000 रह जाएगी।

सोशल मीडिया पर इससे पहले ही अफ़ग़ानिस्तान में अंतरिम सरकार के गठन के लिए ताेलबान और अमरीका के बीच सहमति की ख़बरें आ चुकी हैं।