तमिलनाडु में पोल्लाची सेक्स कांड से हड़कंप- पुलिस, मंत्री, डेप्युटी स्पीकर के बेटे सहित कई पर आरोप?

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तमिनाडु के कोइमुत्तुर के पोल्लाची से हैरान करने वाली ख़बर सामने आई है, खबर के मुताबिक यहाँ सोशल मीडिया के नाम पर लड़कियों के यौन शौषण, अत्याचार और जिस्मफरोशी का एक घिनोने कांड का बड़ा ख़ुलासा हुआ है। इस खुलासे में 25-30 साल के युवकों की एक गैंग पकड़ी गई है, जो मासूम लड़कियों को प्यार के जाल में फंसा कर उनके साथ अत्याचार और शौषण का एक राक्षसी तांडव रचती थी।

इस जाल का भांडा फोड़ तब हुआ जब इसी गैंग के एक युवक सबरि राजन ने फेसबुक पर एक लड़की प्रिया ( नाम बदला गया है) से दोस्ती की और उसे प्रेम जाल में फसाया। फिर उसने प्रिया को एक जगह पर बुलाया उस अपनी गाड़ी में बिठाया और उसे लेकर थोड़ी दूर गया जहां उसके दोस्त इंतज़ार कर रहे थे। यहां गाड़ी में उसके दोस्त भी चढ़ते हैं और गाड़ी के अंदर ही प्रिया के साथ ज़बरदस्ती शुरू की जाती है। लड़की चीखना चिल्लाना शुरू करती है। चूंकि गाड़ी अभी शहर ही में थी और लड़की बोहोत ज़्यादा शोर मचा रही थी सबरी राजन और उसके दोस्त डर जाते हैं और प्रिया को चलती गाड़ी से फेंक देते हैं।

प्रिया किसी तरह अपने आप को बचा कर घर पहुचती  और अपनी आप बीती जब परिवार वालों को सुनती है तो सभी दंग रह गए।

खबर के मुताबिक प्रिया का भाई सुभाष किसी तरह से इन लड़कों का पता लगता है और अपने दोस्तों के साथ सबरी राजन और उसके दोस्तों की पिटाई करता है। जब साबरी और उसके दोस्तों का मोबाईल खंगाला जाता है तो सुभाष और के साथी हक्के बक्के रह जाते हैं। सबरी और उसके दोस्तों के मोबाईल में 50 से ज़्यादा महिलाओं में विडियो और फोटो  बरामद होते हैं।

सुभाष और उसके साथी सबरी और उसकी गैंग को पुलिस के हवाले कर पुलिस को उनके मोबाईल सौंपते हैं और बताते हैं के ये कोई बोहोत बड़ा कांड मालूम होता है। पुलिस सुभाष और उसके साथियों को जांच और करवाई का आश्वासन देकर घर भेज देती है।  आरोपों के मुताबिक किसी बड़े नेता का फोन आने के बाद पुलिस इन लड़कों को छोड़ देती है । वहीँ सुभास ने  आरोप लगाया की के  इस गैंग में पुलिस के साथ- साथ  बड़े बड़े नेताओं और मंत्रियों का  भी हाथ है । सुभाष  ने बताया की पुलिस मेरे घर आई थी  और धमकाते हुए कहा अगर उन लड़कों के खिलाफ कोई क़ानूनी करवाई की तो तुम्हे जान से मार देंगे।

इस बीच तमिलनाडु में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल होता है  जिसमें एक लड़की को हाथ जोड़े हुए सिसक सिसक कर ये बिनती करते हुए देखा जा सकता है के “भैया मुझे छोड़ दो, में ने आपका क्या बिगाड़ा है।” और उस लड़की को कुछ राक्षस पट्टे से पीट रहे हैं और उसे अपने कपड़े उतारने पर मजबूर कर रहे हैं।

इस वीडियो के वायरल होने के बाद पूरे तमिलनाडु में मानो आक्रोश उबल पड़ा। इसके साथ-साथ मीडिया रिपोर्ट में  ये भी बात सामने आई के इस काण्ड में तमिलनाडु के डेप्युटी स्पीकर पोल्लाची वी जयरामन के बेटों का हाथ है। हालांकि पोल्लाची जयरामन ने इस से साफ इंकार किया है।

https://www.youtube.com/watch?v=NDRA43_2Fyc&feature=youtu.be

इसके साथ -साथ तमिनाडु की सामाजिक और राजनैतिक दल भी प्रोटेस्ट में कूद पड़ीं। सवाल ये भी उठाया गया कि क्या पुलिस अपराधियों को बचा रही है? चुकी ADMK के कार्यकर्ता भी इस काण्ड में शामिल  हैं। आम लोगों के आक्रोश के बाद पुलिस ने चार लोगों पर FIR दर्ज की जिनके नाम साबरी राजन, सतीश, वसंथ कुमार और मुख्य आरोपी थिरुवन करसू बताया जा रहा है।

सूत्रों के अनसार ये रैकेट 2012 से सक्रिय है। और इसमें आवारा लड़कों से लेकर, गुंडों तक और फिर बड़े बड़े मंत्री तक शामिल हैं। आरोप ये भी है के डेप्युटी स्पीकर पोल्लाची जयरामन के दोनों बेटे भी इस काण्ड में शामिल हैं। मुख्य आरोपी थिरुवन करसू ने अपनी गिरफ्तारी से एक दिन पहले एक वीडियो जारी करते हुए कहा के अगर वो गिरफ्तार हुए तो जितने भी नेता इस काण्ड में शामिल हैं सब के नाम बता देगा।

गैंग की कार्यशैली:
इस गैंग के लड़के फेसबुक पर लड़कियों से नाम बदल कर दोस्ती करते। उन्हें अपने प्रेम के जाल में फांसते और फिर उन्हें कहीं बुलाकर कर उनके साथ शारीरिक संबंध बनाते। लेकिन बात यहीं पर ख़तम नहीं होती।

उसके बाद शुरू होता एक ऐसा घिनावना शैतानी खेल। जिसमे लड़का इसके लड़की के शोषण के लिए अपने दोस्तों को भी अपने साथ मिला लेता। फिर इस् लड़की को पट्टों से पीटा जाता और उसे निर्वस्त्र होने पर मजबूर किया जाता। 5-10 दरिंदे इस कड़की की इज्जत लूटते। और उसका वीडियो बनाया जाता।

विडियो बनाने के बाद इस लड़की को ब्लैकमेल किया जाता, जब चाहे जहां चाहे बुलाया जाता, कभी इस से पैस लूटे जाते और कभी इस किसी नेता या अमीरजादे के पास रात गुजारने के लिए भेजा जाता। इस तरह बताया जा रहा है के 2012 से लेकर अबतक 250 से अधिक लड़कियों को इन दरिंदों ने अपना शिकार बनाया है। और उनके 1200 से अधिक अश्लील वीडियो बनाए गए हैं।

इस मामले का पर्दाफाश केवल इस लिए हुए क्यूं के प्रिया ने हिम्मत जुटा कर पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई। अगर प्रिया भी शिकायत ना करवाती तो शायद ये शोषण 250 लड़कियों से बढ़कर 2500 भी हो जाता और किसी को कनी कान खबर भी ना होती।

ये मान कर बैठ जाना मुश्किल है के ऐसा पोल्लाची का ये कांड ये कांड अपनी तरह का पहला और आखिरी कांड है। और ये मानना भी बेवकूफी होगी के ऐसा कांड केवल पोल्लाची या तमिलनाडु में ही होता होगा। हो सकता है ऐसे राक्षस और ऐसे इज्जतों के लुटेरे हमारे राज्य और हमारे शहर में भी हों। और हो सकता है भारत की बेटियों पर इस प्रकार का अत्याचार और शोषण हमारे अपने शहर में भी हो रहा हो और भारत की कोई बेटी इसको किसी के सामने बताने से डर रही हो।

वहीं दूसरी तरफ ये सवाल भी पैदा ही रहा है के ये कांड जिसमे भारत की 50 से ज़्यादा बेटियों की इज़ातों को लूटने और उनके अश्लील वीडियो बनाने का मामला सामने आया है और पूरा तमिलनाडु आक्रोश से उबल पड़ा है इस कांड को भारत की राष्ट्रीय हिन्दी टेलीविजन मीडिया ने रिपोर्ट क्यूं नहीं किया।

क्या ये हिंदी चैनल्स का दक्षिण भारत के साथ सौतेलापन है? या ये हिन्दी न्यूज चैनल्स भी इस कांड में शामिल बड़े बड़े नेता और बड़े बड़े अमीरजादों को बचाने में लगी हुई हैं??? सवाल तो पैदा होते हैं!

रिपोर्ट- युसूफ ( बीजापुर)