टीडीपी प्रमुख और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने देर रात प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सरकार से अलग होने का फैसला किया है। केंद्र सरकार में टीडीपी के मंत्री गुरुवार सुबह को मंत्री पद से अपना इस्तीफा दे देंगे। पार्टी ने साफ किया है कि वह NDA से अलग नहीं होगी।
चंद्रबाबू नायडू ने कहा, ‘यह हमारा अधिकार है। केंद्र सरकार हमसे किया गया वादा पूरा नहीं कर रही है। हम इस मुद्दे को बजट के दिन से उठा रहे हैं, लेकिन सरकार की तरफ से इस संबंध में कोई जवाब नहीं आया।’ नायडू ने कहा कि वह पिछले 4 साल से धैर्य दिखा रहे हैं और उन्होंने हर तरह से केंद्र सरकार को मनाने की कोशिश की है।
As a courtesy & being a responsible senior politician, I tried reaching out to Prime Minister to inform about our decision. He was unavailable: Andhra Pradesh CM Chandrababu Naidu in #Amaravati. pic.twitter.com/uz0Ua1zJW3
— ANI (@ANI) March 7, 2018
उन्होंने कहा, ‘एक जिम्मेदार नेता होने के नाते मैंने प्रधानमंत्री को अपने फैसले के बारे में बताने की कोशिश की, लेकिन वह इसके लिए उपलब्ध नहीं हो सके। केंद्र सकार हमारी बात सुनने के मूड में नहीं है। मुझे नहीं पता कि मुझसे क्या गलती हुई है। वह ऐसी बातें क्यों कर रहे हैं?’ केंद्र में टीडीपी कोटे से मंत्री अशोक गजपति राजू और वाई. एस. चौधरी गुरुवार सुबह मंत्री पद से इस्तीफा देंगे। टीडीपी के सरकार से अलग होने को बीजेपी के लिए बड़े झटके के तौर पर देखा जा रहा है।
सूत्रों के मुताबिक विजयवाड़ा में मंगलवार को टीडीपी के विधायक दल की बैठक में मौजूद सभी 125 MLA और 34 MLC ने केंद्र सरकार के रवैये पर अपनी नाराजगी जताई। इससे पहले सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा था कि मुख्यमंत्री नायडू गठबंधन को खत्म करने की तैयारी में हैं। हालांकि उन्होंने सरकार से अलग होने की घोषणा तो की लेकिन साफ कहा कि पार्टी NDA में बनी रहेगी।