तेलंगाना- भैंसा में हिंसा के बाद अब तक 25 गिरफ्तार, बंद की गई इंटरनेट सेवा

   

भैंसा : निर्मल जिले के भैंसा नगर में सांप्रदायिक हिंसा के मामले में अब तक 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। शहर में स्थिति शांतिपूर्ण और नियंत्रण में है। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। जिले के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि स्थिति पर नजर रखी जा रही है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। सीसीटीवी फुटेज देखी गई है और दोनों समुदायों से 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

तेलंगाना के निर्मल जिले के भैंसा में दो गुटों के बीच हुए हमले, तोड़फोड़, पथराव और आगजनी जैसी घटनाओं के कारण भयानक माहौल बना रहा। इस दंगा-फसाद में कई मकानों और वाहनों को नुकसान पहुंचा है। हमले में कई पुलिसकर्मी भी घायल हो गए। शहर में कर्फ्यू जैसे हालात बने हुए हैं। इसके बाद इलाके में धारा 144 लगा दी गई है। यही नहीं, स्थिति को गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने पूरे शहर में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक भैंसा के कोर्बा गली में रविवार रात भारी शोर-शराबा करते हुए बाइक से जा रहे एक युवक को स्थानीय लोगों ने टोका।

इस पर उक्त युवक वहां से चला गया, लेकिन कुछ देर बाद अपने कुछ लोगों के साथ वापस आया और दूसरे समुदाय से जुड़े लोगों के मकानों व संपत्तियों को निशाना बनाकर पथराव किया।

यही नहीं, कुछ मकानों को आग भी लगाया गया। इस मामले में एक मकान पूरी तरह जल गया, जबकि 15 मकानों को आंशिक रूप से नुकसान पहुंचा है। शरारतीतत्वों ने 24 दुहिया वाहनों, 1 एक कार, एक आटो सहित कुछ अन्य वाहनों पर पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दी गई। मकानों से सिलेंडर और अन्य सामान सड़क पर फेंकने के बाद उनमें आग लगा दी गई।

रविवार रात शुरू हुआ हमले व तोड़फोड़ की वारदातें सोमवार को पूरे शहर में फैल गईं। एक समुदाय विशेष के लोगों द्वारा किए गए हमले के बदले में दूसरे समुदाय के लोगों ने भी जवाबी हमले शुरू कर दिया। शरारती तत्वों को नियंत्रित करने के लिए पहुंचे निर्मल के पुलिस अधीक्षक शशिधर राजू के साथ भैंसा के डीएसपी नरसिंग राव, सीआई वेणुगोपाल राव, मुधोल के एसआई अशोक, पांच कांस्टेबल भी पथराव में घायल हो गए।

स्थिति बेकाबू होते देख नॉर्थजोन के आईजी नागीरेड्डी, सीआईडी आईजी प्रमोद कुमार, रामगुंडम के पुलिस आयुक्त सत्यनारायण, सिद्दीपेट सीपी जोयल डेविस, आदिलाबाद, कामारेड्डी, सिरिसिल्ला के पुलिस अधीक्षक विष्णु वारियर, श्वेता रेड्डी, राहुल हेगड़े तुरंत भैंसा पहुंच गए।

इसके अलावा आदिलाबाद, कामारेड्डी, मंचिर्याल, सिरिसिल्ला, रामगुंडम, जगित्याल, सिद्दीपेट जिलों से पुलिस बल मंगवाए गए। सोमवार शाम को आरएएफ बलों के पहुंचने के बाद स्थिति पर काबू पाया गया। भैंसा में बुधवार तक धारा 144 लगा दी गई है।

पिछले कुछ सालों से शांत रहे भैंसा शहर में अचानक भयानक माहौल पैदा होने से लोग डरे हुए हैं। 100 से अधिक महिलाएं और बच्चे प्रार्थना मंदिरों में छिपे हुए रहे, जिन्हें सोमवार सुबह से शाम तक पीने के लिए पानी तक नहीं मिला। अपनी आंखों के सामने मकान और संपत्तियां ध्वस्त होने से कई लोग बेघर हो गए हैं, जबकि कई लोग मकानों पर ताले जड़कर अपने रिश्तेदारों के यहां चले गए हैं।

मुधोल के विधायक विट्ठलरेड्डी, निर्मल की कलेक्टर प्रशांति, संयुक्त जिलाधीश भास्कर राव दंगा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर पीड़ित परिवारों से मिले और उन्हें मदद का आश्वासन दिया।