अमेरिकी हमले में ईरानी सैन्य कमांडर कासिम सुलेमानी के मारे जाने के बाद दोनों देशों के बीच तनाव चरम सीमा पर पहुंच गया है। दोनों देशों की तरफ से लगातार बयानबाजी की जा रही है।
इंडिया टीवी न्यूज़ डॉट कॉम पर छपी खबर के अनुसार, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट कर ये कहा है कि ईरान के पास कभी भी परमाणु हथियार नहीं होगा।
IRAN WILL NEVER HAVE A NUCLEAR WEAPON!
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) January 6, 2020
इससे पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा है कि यदि ईरान अपने शीर्ष सैन्य कमांडर कासिम सुलेमानी की मौत का बदला लेने की कोशिश करता है तो अमेरिका ‘‘बड़ी जवाबी कार्रवाई करेगा’’ और ईरानी सांस्कृतिक स्थलों पर बमबारी की जाएगी।
ट्रम्प ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ यदि वे कुछ करते हैं तो बड़ी जवाबी कार्रवाई होगी। ’’ ट्रम्प का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब ईरान ने 2015 के परमाणु समझौते को अब नहीं मानने का फैसला किया है।
फ्लोरिडा में छुट्टियां बिताकर वाशिंगटन लौट रहे ट्रम्प ने ‘एयर फोर्स वन’ विमान से यह भी कहा कि यदि इराक अपने देश में अमेरिकी सैन्य बलों को बाहर निकालने को लेकर संसद में पारित प्रस्ताव का पालन करता है तो अमेरिका इराक पर ‘‘बहुत कड़े प्रतिबंध’’ लगाएगा।
ट्रम्प ने पहले भी धमकी दी थी कि यदि ईरान अमेरिकी बलों या हितों पर हमला करता है तो उस पर जवाबी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा था कि अमेरिका ईरान में सांस्कृतिक स्थलों को भी निशाना बना सकता है।
ट्रम्प ने इस चेतावनी को लेकर हो रही उनकी आलोचनाओं को अपने ताजा बयान में खारिज कर दिया। ट्रम्प ने कहा, ‘‘ उन्हें हमारे लोगों को मारने की अनुमति है।
उन्हें हमारे लोगों का उत्पीड़न करने का अधिकार है। उन्हें सड़क किनारे बम विस्फोट करने और हमारे लोगों को उड़ाने की अनुमति है और हमें उनके सांस्कृतिक स्थलों को भी छूने का अधिकार नहीं है? ऐसा नहीं चलेगा।’’
इराक की संसद ने देश में अमेरिकी सेना की मौजूदगी समाप्त करने की अपील संबंधी प्रस्ताव के पक्ष में रविवार को मतदान किया। प्रस्ताव का मुख्य लक्ष्य अमेरिका को इराक के विभिन्न हिस्सों में मौजूद करीब 5,000 अमेरिकी सैनिकों को वापस बुलाने को कहना है।