तुर्की के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि तुर्की के सुरक्षाबलों ने पूर्वोत्तर सीरिया में एक बड़े सैन्य अभियान में कम से कम 277 कुर्द लड़ाकों को ढेर कर दिया है।
तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन का कहना है कि आक्रामक रवैये का मकसद सीमा क्षेत्र से कुर्द नेतृत्व वाली सेनाओं को हटाना और ‘सुरक्षित क्षेत्र’ बनाना है ताकि लाखों सीरियाई शरणार्थियों को वापस भेजा जा सके।
The Pentagon confirmed that US troops in Syria "came under artillery fire from Turkish positions" and demanded that Turkey halt all operations that could require the US to take "immediate defensive action" https://t.co/Tf4Z1Af7JA
— CNN (@CNN) October 12, 2019
न्यूज़ ट्रैक पर छपी खबर के अनुसार, तुर्की के रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को तुर्की के सैनिकों के बीच हुए पहले घातक हमले के बारे में जानकारी दी, जबकि सीरियाई सीमावर्ती शहरों में तुर्की बलों और SDF के बीच भीषण संघर्ष चल रहा है।
Turkey opens fire on United States Special Forces in northern Syria: report https://t.co/M1By5UbKjd
— Raw Story (@RawStory) October 11, 2019
पुतिन का कहना है कि सीरिया में तुर्की के ऑपरेशन से आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट के फिर से बढ़ने का खतरा मंडराने लगा है. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि सीरिया में तुर्की के सैन्य अभियान से क्षेत्र में आईएसआईएल संगठन फिर से सक्रिय हो सकता है।
रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने कहा है कि कुर्द जो ISIL के हजारों कैदियों को बंदी बना रहे थे, अब भाग रहे हैं। पुतिन ने तुर्कमेनिस्तान के दौरे पर में कहा है कि ‘मुझे विश्वास नहीं है कि क्या तुर्की सेना इसे नियंत्रण में ले पाएगी – और कितनी जल्दी,’ ‘यह हमारे लिए एक बड़ा खतरा है।’