अमेरिकी उप राष्ट्रपति माइक पेंस की अगुवाई में प्रतिनिधिमंडल बुधवार को तुर्की पहुंचेगा। एर्दोगन ने कहा कि वह वाईपीजी के साथ संघर्ष विराम स्वीकार नहीं करेंगे।
तुर्की ने कुर्दो के साथ संघर्ष विराम का अमेरिका का प्रस्ताव ठुकराया
अंकारा। तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने सीरियाई कुर्द लड़ाकों के साथ संघर्ष विराम के लिए अपने अमेरिकी समकक्ष डोनाल्ड ट्रंप की पेशकश को ठुकरा दिया है, लेकिन वॉशिंगटन के साथ बातचीत जारी रखने को लेकर सहमति जताई है।
Vice President Mike Pence: "The United States of America did not give a green light to Turkey to invade Syria." pic.twitter.com/10a9tqWytR
— The Hill (@thehill) October 15, 2019
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, मंगलवार देर रात बाकू से अंकारा जाने के दौरान एर्दोगन ने पत्रकारों को बताया कि ट्रंप के साथ फोन पर बातचीत में अमेरिकी राष्ट्रपति ने तुर्की और कुर्दिश पीपल्स प्रोटेक्शन यूनिट्स (वाईपीजी) के बीच सीरिया में संघर्ष विराम के लिए मध्यस्थता का प्रस्ताव रखा और इस पहल के लिए अंकारा में एक प्रतिनिधिमंडल भेजने का फैसला किया।
खास खबर पर छपी खबर के अनुसार, अमेरिकी उप राष्ट्रपति माइक पेंस की अगुवाई में प्रतिनिधिमंडल बुधवार को तुर्की पहुंचेगा। एर्दोगन ने कहा कि वह वाईपीजी के साथ संघर्ष विराम स्वीकार नहीं करेंगे।
NEW: Liz Cheney suggests that Turkey’s invasion of Syria and attack on America’s Kurdish allies was tied to Democrats launching an impeachment inquiry against Trump https://t.co/0skW7eE8cl
— The Daily Beast (@thedailybeast) October 14, 2019
तुर्की के चैनल एनटीवी ने एर्दोगन के हवाले से कहा, “मैंने राष्ट्रपति ट्रंप को बताया कि हम अन्य मुद्दो पर चर्चा करने से पहले संघर्ष विराम घोषित नहीं करेंगे..हम पहले एक डील करेंगे, उसके बाद ही हम संघर्ष विराम के बारे में बात करेंगे।”
कुर्दों को तुर्की ‘आतंकवादी’ मानता है और वह उत्तरी सीरिया में कुर्द बहुल इलाकों को निशाना बना रहा है