सीरिया में तुर्की के सामने अमेरिका ने घुटने टेक दिए, कुर्द को अकेले छोड़ भागा!

   

उत्‍तरी सीरिया से अमेरिकी सेनाओं को हटाने के राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप के फैसले से हर कोई हैरान है। इसकी गूंज अब अमेरिकी संसद तक में सुनाई दे रही है। पूर्व अमेरिकी सिनेटर जॉन मैकेन की बेटी मेघन मैकेन ने इस फैसले के लिए राष्‍ट्रपति ट्रंप की कड़ी आलोचना भी की है।

इसकी वजह बेहद साफ है। दरअसल, उत्‍तरी सीरिया कभी आंतकी संगठन आईएस का गढ़ हुआ करता था। यहां पर आईएस का सफाया करने में जिन्‍होंने कंधे से कंधा मिलाकर अमेरिका का साथ दिया वो थी कुर्द सेना।

जागरण डॉट कॉम के अनुसार, कुर्द सेना में काफी संख्‍या में 18-25 की बीच की सैकड़ों महिलाओं ने आईएस के खात्‍मे के लिए बंदूकें हाथों में उठाई। इसका नतीजा आईएस का वहां से खात्‍मा और उनकी जीत थी। लेकिन अब यही जीत उनके लिए कहीं न कहीं समस्‍या बनती दिखाई दे रही है।

अमेरिका ने बाकायदा बयान जारी कर उत्‍तरी सीरिया में किसी भी तरह के मिलिट्री स्‍ट्राइक ऑपरेशंस में हिस्‍सा न लेने और न ही किसी अभियान का समर्थन करने की बात कहकर कुर्दिशों की चिंता को बढ़ा दिया है।

मेघन का भी कहना है कि पहले अमेरिका ने कुर्दिशों को लड़ाई के लिए हथियार और ट्रेनिंग दी अब वह उन्‍हें अकेला छोड़कर भाग रहे हैं। मेघन ने ये कहते हुए सरकार को कटघरे में खड़ा करने की कोशिश की है कि अमेरिका को कुर्द के भविष्‍य की कोई चिंता नहीं है। दरअसल, अमेरिका के हटने के बाद कुर्दिशों को सबसे बड़ा खतरा तुर्की से है जो उन्‍हें अपने लिए खतरा मानता है।