कश्मीर के बारे में पोस्ट करने के कारण पाकिस्तानियों के करीब 200 अकाउंट पर रोक लगाने वाले ट्विटर ने पक्षपात करने के इस्लामाबाद के आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि सभी प्रयोक्ताओं के लिए उसकी एक समान नीति है।
पाकिस्तान सरकार ने सोमवार को टि्वटर से शिकायत की थी कि कश्मीर के बारे में पोस्ट करने के लिए करीब 200 अकाउंट को रोक दिया गया। पिछले एक हफ्ते में कई पाकिस्तानियों ने कश्मीर के बारे में पोस्ट करने के बाद अकाउंट सस्पेंड किए जाने की बात कही है।
अमर उजाला पर छपी खबर के अनुसार, ट्विटर ने कहा कि उसने विवेकपूर्ण तरीके से नीति लागू की है और राजनीतिक सोच और देश पर ध्यान दिए बिना सभी प्रयोक्ताओं के लिए समान नीति है।
अपने प्लेटफार्म पर सेंसरशिप और पक्षपातपूर्ण व्यवहार के आरोपों पर जवाब देते हुए ट्विटर के एक प्रवक्ता ने ‘डॉन’ अखबार से कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के सिद्धांतों पर उसकी बुनियाद टिकी है और विषयवस्तु की समीक्षा करने वाली उसकी टीम पता लगाती है कि कौन सी सामग्री उसके नियमों का उल्लंघन कर रही है। हालांकि, प्रवक्ता ने उन कारणों पर टिप्पणी नहीं कि जिसके कारण ई-मेल में वर्णित कुछ अकाउंट को बंद किया गया।