कन्हैया कुमार के लिए कोलकाता से बेगूसराय जाकर डॉक्टर इमरान और डॉक्टर जमाल कर रहे हैं चुनाव प्रचार!

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कल ज़िन्दगी में पहली बार बिहार की धरती पे किसी शख्स के लिए चुनावी उत्सव में उसके रंग का जायजा लेने के लिए उतरा, वो ऐसा शख्स जिससे दूर दूर तक का कोई जान पहचान नही लेकिन इंसनिया और मोहब्बत का ऐसा रिश्ता का पाठ उसने अपने बेबाक भाषणों से पढ़ाया जो उस्ताद होने का हक हासिल कर गया।

ये रिश्ता अजर और अमर होता है जो यहाँ तक हम सब को खींच लाया,हम सब कोलकाता से 11 लोग कन्हिया के कॉम्पैन के लिए मोकामा स्टेशन पे उतरे मुझे लेके तीन डॉक्टर उस पूरी टीम में मौजूद थे और बाकी ब्यापारी यंग जनरेशन था।

जब मैं ऑटो में चला बेगूसराय के लिए तो पहला फीडबैक बगल में बैठे हुए नौजवान से मिला जब उसने माना की कन्हया को jnu में जान बूझ के देशद्रोह में फंसाया गया ताकि इससे jnu और वाम पंथ दोनों बदनाम हो जिससे लोग नफरत करे।

फिर जब रहईशगाह पहुंच के जल्द जल्द से जब हम सब प्रचार के लिए फील्ड में पहुंचे,तो वो जगह था बलिया प्रखंड के हुसैना गाँव जो देखने मे बहुत सम्पन्न दिखा, वहाँ गाड़ी से उतरते ही हम सब को एक खानकाह में ले जाया गया जहाँ पे बहुत से लोग पहले से मौजूद थे,उनसे काफी देर तक गुफ़्तगू हुई और फाइनली उन्होंने कन्हया के लिए हामी भरी इस बिना पे की वही वो आवाज था जो जालिम सरकार के सामने जब अखलाक ,रोहित बेमुला,नजीब,पहलू खान,etc जब बेरहमी से मार दिए गए,तो वो सिर्फ कन्हैया की ही आवाज थी जो बहरी गूंगी सरकार के सामने उनके गंदे मंसूबो पे लगाम लगानी शुरू की,उनको बेनकाब उनका सारा गंदे प्लान को उजागर करता हुआ यही शख्स नजर आया,
और उस तबके में राजद के कैंडिडेट तनवीर हसन से नाराजगी साफ नजर आई कि वो वक़्त पे काम नही आते।

फिर उसके बाद lower class मुस्लिम हिन्दू फैमिली में हम सब गए तो उनके तास्सुरात अलग थे उनका डिमांड था कि कन्हया एक हुसैना में मास रैली करे कुछ स्पीच करे।

उन्होंने ने भी माना कि गरीब ,मजलूम की आवाज कन्हया है,और यही शख्स किसानों के फसल का बढ़ा हुआ दाम वो भी समय पर दिलाने की आवाज हर मंच से कन्हया ही कर रहा है।

आज सुबह हम सब वाजिद पूर पहुंचे जो मुस्लिम बहुल इलाका है वहाँ पहुंचते ही जय कन्हया लाल की नारा से वाजिद पुर गूंज उठा,
मुझे खुद यकीन नही था कि कन्हया इतनी जल्दी तनवीर हसन के वोट बैंक में सेंध लगा देगा,इसकी लोकप्रियता देखते बन रही थी ,ऐसा होना स्वाभविक भी है क्यों कि सच्चे और अच्छे लोगो के साथ ऐसा ही देखने को मिलता है।