तीन में से दो कोविड-19 वैक्सीन का ट्रायल दुसरे चरण में है!

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दुनियाभर में कोरोना वायरस का कहर तेजी से बढ़ रहा है। बीते 24 घंटों में दुनिया में सबसे ज्यादा 78,761 मामले भारत में सामने आए हैं, जो कि एक रिकॉर्ड है।

 

जागरण डॉट कॉम पर छपी खबर के अनुसार, देश और दुनियाभर में तेजी से बढ़ते कोरोना के मामलों के बीच वैक्सीन से लोगों को उम्मीदें हैं। भारत में फिलहाल कोरोना वायरस की तीन वैक्सीन पर काम चल रहा है।

 

सरकार की एक अहम बैठक में जानकारी दी गई है कि फिलहाल देश में कोराना वायरस की दो वैक्सीनों का ट्रायल दूसरे चरण में चल रहा है जबकि एक अन्य वैक्सीन का ट्रायल अपने आखिरी चरण में हैं।

 

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने शनिवार को कोरोना महामारी संकट को लेकर एक उच्च स्तर के बैठक की अध्यक्षता की। देश में कोरोना संकट को लेकर उच्च स्तरीय ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स (GoM) की यह 20वीं बैठक रही।

 

इस बैठक में कई अहम जानकारियां दी गईं। इस बैठक में देश में कोरोना वैक्सीन की स्थिति को लेकर जानकारी देते हुए नीति आयोग के सदस्य और एम्पावर्ड ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. विनोद के पॉल ने बताया कि देश की पहली स्वदेशी कोरोना वैक्सीन, भारत बायोटेक-आईसीएमआर(Bharat Biotech-ICMR) द्वारा विकसित कोवाक्सिन(Covaxin) का ट्रायल अपने दूसरे चरण में है।

 

 

इसके साथ ही जानकारी दी गई कि देश की दूसरी स्वदेशी वैक्सीन जायडस कैडिला(Zydus Cadilla) की जाइकोव-डी(Zykov-D) का ट्रायल भी अपने दूसरे चरण में है।

 

उन्होंने आगे कहा कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया(SII) और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी(Oxford University) की वैक्सीन पहले से ही तीसरे चरण के ट्रायल में है।

 

उन्होंने साथ ही जानकारी दी कि दुनियाभर में फिलहाल कोरोना वायरस की 29 वैक्सीन टका क्लीनिकल ट्रायल चल रहा है, जिसमें भारत में विकसित दो वैक्सीन(भारत बायोटेक-ICMR और जायडस कैडिला) हैं।

 

उन्होंने जानकारी दी कि दुनियाभर में फिलहाल 6 वैक्सीन का ट्रायल अपने आखिरी चरण में है।

 

भारत में कोविड-19 की फिलहाल तीन वैक्‍सीन का ट्रायल चल रहा है। इसमें पहली है- भारत बायोटेक-आईसीएमआर(Bharat Biotech-ICMR) द्वारा विकसित कोवाक्सिन(Covaxin)। कोवाक्सिन का ट्रायल दिल्‍ली के एम्स में हो रहा है।

 

इसके अलावा पटना एम्स और रोहतक के पीजीआई में भी इसका ट्रायल किया जा रहा है। देश की दूसरी स्वदेशी वैक्सीन जायडस कैडिला(Zydus Cadilla) की जाइकोव-डी(Zykov-D) के ह्यूमन ट्रायल में 1048 लोग शामिल हैं।

 

इसको बनाने वाली कंपनी जायडस कैडिला को उम्‍मीद है कि इसका ट्रायल अगले साल फरवरी या मार्च तक पूरा हो सकता है। यदि ये सही रहा तो इसकी कंपनी इसका उत्‍पादन शुरू कर देगी।