अमेरिकी परमाणु ऊर्जा मंत्री ने गुप्त रूप से अमेरिकी परमाणु कंपनियों को सऊदी अरब को परमाणु प्रौद्योगिकी की बिक्री और सहयोग करने का खुलासा किया है।
रॉयटर्स के अनुसार अमेरिकी परमाणु ऊर्जा मंत्री ने अमेरिकी परमाणु कंपनियो को सऊदी अरब को परमाणु तकनीक बेचने और उसका समर्थन करने की अनुमति दी है और इस संबध मे अमेरिकी परमाणु कंपनियों को 6 गुप्त समझौतो का खुलासा किया है।
https://twitter.com/RT_America/status/1111389177197715456?s=19
हिन्द खबर पर छपी जानकारी के अनुसार, अमेरिकी ऊर्जा सचिव ने सऊदी अरब को परमाणु तकनीक बेचने और सहयोग करने की अनुमति दी है।
इस समझौते की जानकारी से जुड़े एक सूत्र ने पहचान न जाहिर न करने की शर्त पर बताया कि रिक पेरी द्वारा दी गई मंजूरी को भाग 810 सहमति कहा जा रहा है, जिसके तहत कंपनियों को शुरू में समझौते से पहले परमाणु ऊर्जा पर काम करना चाहिए।
U.S. companies sold tech that would lay the groundwork for nuclear plants. https://t.co/vCkt09wh7I
— Futurism (@futurism) March 28, 2019
इसकी अनुमति दी जाएगी। इस रिपोर्ट के अनुसार, डेली बास्ट रिपोर्ट को सबसे पहले अमेरिका द्वारा रिपोर्ट किया गया था। इस दस्तावेज में, ऊर्जा विभाग के राष्ट्रीय सुरक्षा विभाग (NNSA) ने कहा कि कंपनियों ने ट्रम्प से अनुरोध किया था कि इस अनुमोदन को गोपनीय रखा जाना चाहिए।
एनएसए के अनुसार, इस मामले में सऊदी अरब के लिए विशेष भत्ता आईएम कंपनियों ने एक लिखित अनुरोध किया था कि इन समझौतों की मंजूरी को दृश्य में नहीं लिया जाना चाहिए।
ट्रम्प प्रशासन ने परमाणु ऊर्जा प्रौद्योगिकी को साझा करने के लिए सऊदी अरब के साथ एक बड़ा सौदा किया है, जिसमें कम से कम दो परमाणु संयंत्रों के निर्माण पर आधारित है।
अधिकांश अमेरिकी सांसदों को चिंता है कि सऊदी अरब के साथ परमाणु ऊर्जा के बंटवारे से मध्य पूर्व में परमाणु हथियार की दौड़ शुरू हो सकती है।