उद्धव ठाकरे बने महाराष्ट्र के 18वें मुख्यमंत्री, 6 नेताओं ने भी ली मंत्री पद की शपथ

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राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी ने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को महाराष्ट्र के 18वें और ठाकरे परिवार के पहले मुख्यमंत्री के तौर पर पद और गोपनियता की शपथ दिलाई. वे ठाकरे परिवार के पहले ऐसे सदस्य हैं जो इस पद पर बैठे हैं. शपथ लेने के बाद महाराष्ट्र के नए सीएम उद्धव ठाकरे ने वहां मौजूद जनता को दंडवत होकर प्रणाम किया.

शिवसेना से एकनाथ शिंदे और सुभाष देसाई बने मंत्री

 

उद्धव ठाकरे के बाद शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने मंत्री पद की शपथ ली. वे कोपड़ी-पचपखाड़ी सीट से विधायक हैं. वे विधानसभा में पार्टी के विधायक दल के नेता हैं. देवेंद्र फडणवीस की सरकार में वे पीडब्लूडी और स्वास्थ्य मंत्री थे. 2004 से वे लगातार विधायक हैं. एकनाथ शिंद के बाद शिवसेना नेता सुभाष देसाई ने मंत्री पद की शपथ ली. पिछली सरकार में वे उद्योग मंत्री थे. एकनाथ शिंदे तीन बार के विधायक रहे हैं. शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे के बाद सुभाष देसाई ने मंत्री पद की शपथ ली. सुभाष देसाई विधान परिषद के भी सदस्य रह चुके हैं. इनकी छवि साफ नेता के तौर पर है. इसके बाद एनसीपी के नेताओं की बारी आई.

 

एनसीपी से जयंत पाटिल और छगन भुजबल ने मंत्री पद की शपथ ली

 

एनसीपी नेता जयंत पाटिल ने मंत्री पद की शपथ ली. वे एनसीपी के विधायक दल के नेता भी हैं. एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं. वालवा, इस्लापुर सीट से 1990 से विधायक हैं. राज्य में वित्त मंत्री, गृहमंत्री और ग्रामीण विकास मंत्री रह चुके हैं. राज्य में सबसे ज्यादा नौ बार बजट पेश करने का इनके पास रिकॉर्ड है. जयंत पाटिल के बाद एनसीपी के सीनियर नेता छगन चंद्रकांत भुजबल ने मंत्री पद की शपथ ली. राज्य में गृह मंत्रालय और लोक निर्माण मंत्रालय भी संभाल चुके हैं. नासिक की यवला सीट से 2004 से विधायक हैं. महाराष्ट्र में पिछली जाति के मजबूत नेता माने जाते हैं. वे डिप्टी सीएम का भी पद संभाल चुके हैं. 1991 में शिवसेना छोड़ कांग्रेस में गए, 1999 में कांग्रेस छोड़ एनसीपी में आए.

 

कांग्रेस के बालासाहेब थोराट और नितिन राउत बने मंत्री

 

एनसीपी नेताओं के बाद कांग्रेस के नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली. महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बालासाहेब थोराट ने मंत्री पद की शपथ ली. वे राज्य में राजस्व और कृषि मंत्री रह चुके हैं. 1985 से अहमदनगर की संगमनेर सीट से लगातार जीत रहे हैं. 1985 में वे पहली बार निर्दलीय विधायक बने और 1990 से कांग्रेस में हैं. बालासाहेब थोराट विधानसभा में कांग्रेस के विधायक दल के नेता भी हैं. अंत में कांग्रेस विधायक नितिन राउत ने पद और गोपनीयता की शपथ ली. वे कांग्रेस की एससी यूनिट के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं. राज्य में पशुपालन, डेयरी और जेल मंत्री भी रह चुके हैं.