उद्धव ठाकरे ने अमित शाह को दिया जवाब, कहा- शिवसेना को हराने वाला अभी पैदा नहीं हुआ

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महाराष्ट्र में शिवसेना (Shiv Sena) प्रमुख उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए बीजेपी (BJP) पर कई हमले किए। ठाकरे ने बीजेपी से पूछा, आप राम मंदिर का निर्माण कैसे करेंगे जब आपके पास जदयू के नीतीश कुमार, लोजपा के रामविलास पासवान जैसे सहयोगी हैं जो इसका विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भगवान हनुमान की जाति पर चर्चा क्यों हो रही है, अगर कोई धर्म होता तो मुद्दा बन जाता, कितने दुख की बात है।

लोकसभा चुनाव के पहले गठबंधन नहीं होने की स्थिति में अपने पूर्व सहयोगी दलों को हराने संबंधी बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की टिप्पणी पर हमला बोलते हुए शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने रविवार को कहा कि उनकी पार्टी को हराने वाला अभी पैदा नहीं हुआ। बयान की आलोचना करते हुए ठाकरे ने कहा ”मैंने किसी से ‘पटक देंगे जैसे शब्द सुने हैं। शिवसेना को हराने वाला अभी पैदा नहीं हुआ। उल्लेखनीय है कि शिवसेना केंद्र और महाराष्ट्र की सरकारों में भाजपा की सहयोगी है। ठाकरे महाराष्ट्र के वर्ली इलाके में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे।

केन्द्र सरकार द्वारा आर्थिक रूप से कमजोर सवर्णों को दस फीसदी आरक्षण देने पर उद्धव ठाकरे ने कहा कि यदि आप आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की मदद करना चाहते हैं, तो आप टैक्स के भुगतान के लिए 8 लाख प्रतिवर्ष से कम आय वालों को छूट क्यों नहीं देते हैं? आपने आरक्षण दिया है लेकिन क्या आपने आरक्षण लागू करने के वास्तविक तरीके पर विचार किया है?

2014 के लोकसभा चुनाव के पहले मोदी लहर पर निशाना साधते हुए ठाकरे ने कहा, ”शिवसेना ने अपनी यात्रा में कई लहरें देखी है। उन्होंने कहा कि भाजपा से उलट, शिवसेना ने चुनावों के पहले राम मंदिर का मुद्दा उठाया है ताकि उनका पर्दाफाश किया जा सके जो हमेशा इसका उपयोग चुनावी मुद्दे के लिए करते हैं। ठाकरे ने कहा, ”हमें बताइए कि कांग्रेस किस प्रकार मंदिर निर्माण में बाधा डाल रही है। कांग्रेस को अपनी करनी का फल 2014 में मिल गया। पार्टी को लोकसभा में विपक्ष के नेता का भी पद नहीं मिल सका। उन्होंने सवाल किया कि जब नीतीश कुमार की जदयू और रामविलास पासवान की लोजपा जैसी बीजेपी की सहयोगी पार्टियां विरोध कर रही हैं तो वह मंदिर का निर्माण कैसे करेगी। उन्होंने कहा कि भाजपा को इस पर स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि खातों में 15 लाख रुपये एक ‘जुमला’ था और अब भी राम मंदिर भी एक जुमला है। जब हम अयोध्या गए थे, तो लोगों ने कहा था कि बाला साहेब का लड़का आया है, ये तो राम मंदिर में बनाकर ही जाएगा। यदि आप इस मुद्दे को भी एक जुमला बना रहे हैं, तो लोग आप पर कैसे भरोसा कर सकते हैं?