प्रधानमंत्री, अमित शाह, राहुल गांधी से सवाल – हर दिन 16 मौत फिर भी आग चुनावी एजेंडा से गायब क्यों?

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नई दिल्ली: केंद्र में नयी सरकार के अजेंडे में आग को एक महत्वपूर्ण विषय के तौर देखने की मांग करते हुए युनाइटेड हयूमन राइटस फैडरेशन (यूएचआरएफ) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को पत्र लिखते हुए कहा है कि आग से होने वाली दुर्घटना में हर दिन 16 लोग क मौत हो रही है। वहीं, इससे सालाना 18 हजार करोड़ रूपये का नुकसान हो रहा है लेकिन फिर सही सरकारें चुप हैं ।

यूएचआरएफ के सचिव अरूण पाल ने कहा कि हमनें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को पत्र लिखकर मांग की है कि वे अपने चुनावीं भाषणों में यह भी बताएं की केंद्र में बनने वाली नयी सरकार आग से होने वाली दुर्घटनाओं के बचाव और आग से सुरक्षा के लिए क्या कदम उठाएगी। यह दुख की बात है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी किसी राजनैतिक दल ने आग से बचाव के लिए कड़े नियम नहीं बनाए। हमनें दोनों प्रमुख दलों को लिखा है कि वे आग से बचाव, जीवन रक्षा और आग से सुरक्षा को लेकर एक केंद्रीय कानून बनाने का ऐलान अपने घोषणा पत्र में करें। इसकी वजह यह है कि जब तक यह कदम नहीं उठाया जाता है उस समय तक भारत की विकास यात्रा में अवरोध बना रहेगा।

यूएचआरएफ ने कहा कि “आग से बचाव के लिए कानून और समुचित कदम समय की जरूरत है। मौजूदा नियमों की अवेहलना आग की घटनाओं की मुख्य वजह है। यह समय की जरूरत है कि आग से बचाव के लिए नेशनल बिल्डिंग कोड 2016 को पूरी तरह से अनुपालन में लाया जाए। सुप्रीम कोर्ट अपने कई फैसलों में यह बताता रहा है कि देश में पूरी तरह से आग से बचाव के नियमों का पालन नहीं हो रहा है। जिसकी वजह से बड़े स्तर पर दुर्घटनाएं हो रही हैं और इससे जान-माल और संपत्ति का नुकसान भी हो रहा है। ऐसे में जरूरत है कि आग से बचाव के नियमों का सही से अनुपालन हो। उसे पूरी तरह से सही से लागू कराया जाए।”

यूएचआरएफ ने इन तथ्यों और बिंदुओं को प्रधानमंत्री के साथ ही कांग्रेस और भाजपा अध्यक्ष को लिखे पत्र में भी साझा किया है।

यूएचआरएफ के सचिव अरूण पाल ने कहा कि हम लगातार सभी राज्य और केंद्र सरकार को लिखते रहे हैं कि नेशनल बिल्डिंग कोड को पूरी तरह से लागू कराया जाए। लेकिन किसी भी सरकार ने हमारे अनुरोध पर ध्यान नहीं दिया। वहीं, राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो, नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो, का आंकड़ा है कि देश में हर दिन 62 लोग आग की दुर्घटनाओं में अकाल ही मौत का ग्रास बन रहे हैं।