उइगर मुसलमानों की कैद को लेकर ब्रिटेन के सासंदो ने नाराजगी जताई!

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चीन के शिनजियांग प्रांत में रहने वाले उइगर मुसलमानों पर अत्याचार की खबरों से भले ही चीन इनकार करता रहा हो, लेकिन समय-समय पर कुछ ऐसा लीक हो ही जाता है जिससे ड्रैगन के झूठ की पोल खुल जाती है।

 

इंडिया टीवी न्यूज़ डॉट इन पर छपी खबर के अनुसार, एक ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, चीन के उत्तर-पश्चिम प्रांत शिनजियांग के तुरपान शहर में 15 और यातना शिविरों का पता चला है, जहां उइगर मुस्लिमों को कैद करके रखा गया है।

 

100 से अधिक ब्रिटिश सासंदों ने चीनी राजदूत को पत्र लिखकर कहा है कि चीन के सुदूर शिनजियांग क्षेत्र में ‘उइगर लोगों के खिलाफ सुनियोजित जातीय सफाया कार्यक्रम’ चलाया जा रहा है जो निंदनीय है।

 

विभिन्न दलों के 130 सांसदों के दस्तखत वाले इस पत्र में कहा गया है, ‘जब दुनिया के सामने गंभीर मानवाधिकार उल्लंघनों के ऐसे ढेरों प्रमाण सामने आते हैं तो कोई अपनी आंखें नहीं फेर सकता है।

 

ब्रिटेन में बतौर सांसद हम इस उत्पीड़न की पूर्ण निंदा करने और उस पर तत्काल रोक लगाने के लिए पत्र लिख रहे हैं।’ इस पत्र में शिनजियांग प्रांत में उइगर मुसलमानों की जबरन नसबंदी करने एवं बड़े पैमाने पर उन्हें हिरासत में रखने की खबरों का उल्लेख है।

 

उसमें उस वीडियो का भी जिक्र है जिसमें आंखों पर पट्टी बंधे एवं सिर मुंडवाए लोग बड़ी संख्या में ट्रेनों में बिठाये जाने का इंतजार करते हुए नजर आ रहे हैं।

 

सांसदों ने कहा कि इस वीडियो से नाजी यातना केंद्रों की रोंगटे खड़े कर देने वाली यादें ताजा हो जाती हैं। उन्होंने कहा कि यह वीडियो चीनी राजदूत लिऊ शियोमिंग को एक इंटरव्यू के दौरान दिखाया गया था।

 

हालांकि चीनी अधिकारी शिनजियांग में नरसंहार, करीब 10 लाख उइगर मुसलमानों की जबरन नसबंदी और उन्हें हिरासत में लेने के आरोपों को चीन विरोधी ताकतों का झूठ बताकर बार-बार खारिज करते रहे हैं।

 

बता दें कि उइगरों के लिए समर्पित संस्था ईस्ट तुर्किस्तान नेशनल अवेकनिंग मूवमेंट (ईटीएनएएम) ने इस बार तुरपान क्षेत्र के 130 किलोमीटर के दायरे में 10 यातना शिविरों और 5 कारागारों की सटीक जानकारी दी है। हालांकि चीन ऐसे किसी भी शिविर या कारागार से इनकार करता रहा है।