ईरान से ज़ंग को लेकर क्या ब्रिटेन अमेरिका को हवा दे रहा है?

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ब्रिटेन ने कुछ महीने बाद अपना तीसरा युद्धपोत फ़ार्स की खाड़ी भेजने का एलान किया है। ब्रिटेन ने यह क़दम हाल ही में ईरान के तेल टैंकर के ब्रिटिश नौसैनिकों द्वारा अवैध रूप से क़ब्ज़े में किए जाने पर तेहरान-लंदन के बीच बढ़ते तनाव के बीच उठाया है।

ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि एचएमएस केन्ट टाइप-23 युद्धपोत सितंबर में फ़ार्स की खाड़ी में तैनात होगा जिसका लक्ष्य रणनैतिक दृष्टि से इस इलाक़े में ब्रिटेन की सुरक्षा की दृष्टि से अनवरत समुद्रीय मौजूदगी को सुनिश्चित बनाना है।

हालांकि ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय ने बल दिया है कि यह तैनाती पूर्व नियोजित कार्यक्रमानुसार है। ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय के बयान के अनुसार, “ये पूर्व नियोजित गतिविधियां नियमित कार्यक्रमानुसार हैं और इनसे क्षेत्र में ब्रिटेन के तनाव पैदा करने वाले रुख़ का प्रतिबिंबन नहीं होता।”

पार्स टुडे डॉट कॉम के अनुसार, ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय के अनुसार, इस समय टाइप-23 युद्धपोत एचएमएस मॉन्ट्रोस क्षेत्र में हैं लेकिन इसमें मरम्मत होना है इसलिए इसकी जगह लेने टाइप-45 डेस्ट्रायर एचएमएस डंकन जा रहा है। डंकन युद्धपोत के अगले हफ़्ते पहुंचने की संभावना है।