संयुक्त राष्ट्र संघ ने अफगानिस्तान में युद्ध की वजह से मारे जाने वाले बच्चों की संख्या में 82 प्रतिशत वृद्धि की सूचना दी है।
काबुल से प्राप्त समाचारों के अनुसार संयुक्त राष्ट्र संघ की हालिया रिपोर्ट में गत चार वर्षों के दौरान अफगानिस्तान में होने वाले हमलों और बम धमाकों में मारे जाने वाले बच्चों की संख्या में उससे चार पहले की तुलना में 82 प्रतिशत वृद्धि हुई है।
'Alarming' spike of 82 percent in Afghan child casualties
Worsening security in #Afghanistan in past four years has led to more than 14,000 violations against children, #UN says.https://t.co/OfWJEktjh4
— Lotte Leicht (@LotteLeicht1) October 4, 2019
संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव ने बच्चों की हत्या की कड़ी शब्दों में आलोचना की और कहा है कि अफगान बच्चों के जीवन रक्षा के लिए सभी संघर्षरत पक्षों पर ज़िम्मेदारी है।
#Afghanistan “…nearly 12,600 children..killed or injured in 2015-2018 represented almost a third of..civilian casualties..”an increase of 82 percent in child casualties compared with the previous four years,” Report by UNSG on children & #armedconflict. https://t.co/dgJYk8A6gC
— Priya Pillai (@PillaiPriy) October 5, 2019
अफगानिस्तान के प्रसिद्ध टीकाकार वहीद मुज़दा के अलावा बहुत से विशेषज्ञ अफगानिस्तान में अशांति आम नागरिकों की हत्या का ज़िम्मेदार अमरीका को बताते हैं जिसने आतंकवाद के खिलाफ युद्ध और अफगानिस्तान में शांति स्थापना के बहाने धावा बोला था और वर्षों से इस देश का अतिग्रहण किये हुए है।
#Worsening security in Afghanistan in the past four years has led to more than 14,000 violations against children, #UN says.https://t.co/1qrLkCqKfi
— Asia News (@asianewsteam) October 5, 2019
विभिन्न संस्थाओं से जारी होने वाले आंकड़े बताते हैं कि अफगानिस्तान में अमरीका के हमले से पहले की तुलना में कई गुना, हिसां और अशांति बढ़ गयी है।