उइगर मुस्लिमों के खिलाफ़ हिंसा को लेकर विश्व स्तर पर झेलनी पड़ रही है फटकार!

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उइगर मुसलमानों को प्रताड़ित करने के लिए चीन को विश्व स्तर पर फटकार लगाई गई है।

जागरण डॉट कॉम पर छपी खबर के अनुसार, चीन पर सामूहिक बंदी शिविरों में भेजने, उनकी धार्मिक गतिविधियों में हस्तक्षेप करने और समुदाय के सदस्यों को जबरन पुनः शिक्षा या स्वदेशीकरण के किसी न किसी रूप से गुजरने का आरोप लगाया गया है।

दूसरी ओर, बीजिंग ने शिनजियांग में मानवाधिकारों का हनन होने के दावा को खारिज किया है।

जबकि पत्रकारों, गैर सरकारी संगठनों और पूर्व बंदियों की रिपोर्ट सामने आई है, जो जातीय समुदाय पर चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की क्रूर कार्रवाई को उजागर करती है।


2017 के बाद से, सरकार द्वारा शिनजियांग में उइगर और अन्य समूहों के खिलाफ बड़े पैमाने पर बड़े पैमाने पर राजनीतिक रीडेडेबिलिटी अभियान चलाया गया है।

विद्वानों ने अनुमान लगाया है कि शिविरों में हिरासत में रखे गए एक लाख से अधिक लोग, कुछ जेल में स्थानांतरित हो गए और अन्य पर कारखानों में काम करने का दबाव डाला गया। वाशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट में कहा गया।

पिछले हफ्ते, संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन और कनाडा ने शिनजियांग में उइगर मुसलमानों के खिलाफ मानव अधिकारों के उल्लंघन और दुर्व्यवहार के लिए चीन को फटकार लगाई थी।

बता दें कि शिनजियांग में उइगर मुस्लिमों के खिलाफ बड़े पैमाने पर मानव अधिकारों का उल्लंघन अंतरराष्ट्रीय समुदाय में चर्चा का प्रमुख बिंदु बन गया है।