सऊदी अरब ने भारत समेत 20 देशों के नागरिकों को देश में प्रवेश देने पर पाबंदी लगा दी है।
पत्रिका पर छपी खबर के अनुसार, ये पाबंदी 17 मई तक के लिए लगाई गई है। सऊदी अरब के इस फैसले के बाद भारतीय मुसलमान इस साल हज यात्रा नहीं कर पाना लगभग नामुमकिन है।
मुस्लिम समुदाय के लिए हज सबसे पवित्र तीर्थ यात्रा होती है । हर मुस्लिम जीवन में एक बार हज जरूर जाना चाहता है। हर साल बड़ी तादाद में भारत, पाकिस्तान समेत कई देशों से मुसलमान हज की यात्रा पर जाते हैं।
लेकिन साल 2020 में कोरोना महामारी के चलते यात्रा स्थगित कर दी गई थी और इस साल सऊदी सरकार ने नागरिकों को प्रवेश देने पर पाबंदी लगा दी है।ऐसे में इस साल भी हज यात्रा पर जाने वाले का सपना टूट सकता है ।
जानकारी के मुताबिक हर साल करीब 2 लाख भारतीय हज के लिए मक्का-मदीना जाते हैं।लेकिन इस साल अभी तक सऊदी ऑथोरिटी की तरफ से हज यात्रियों के लिए कोई बात नहीं कही गई है।
इतनी ही नहीं अब तक सिलेक्शन प्रोसेस भी नहीं शुरू हुआ है। ऐसे में ये तक हैं कि इस साल भी भारत के लोग हज यात्रा पर नहीं जा सकेंगे।
हालांकि 10 फरवरी को इंडियन डिप्लोमेट्स और सऊदी ऑथोरिटी के बीच हज यात्रियों को लेकर बातचीत होनी है । इस बातचीत के बाद ही कोई नतीजा सामने आएगा।
बता दें इससे कुछ दिन पहले सऊदी अरब ने 20 देशों से आने वाली उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया था।
सऊदी सरकार के अनुसार ये रोक भारत, पाकिस्तान, मिस्त्र, यूएई, लेबनान, जर्मनी, ब्रिटेन, आयरलैंड, इटली, अमेरिका समेत 20 देशों के लिए है।
सऊदी अरब में कोरोना संक्रमण का खतरा अब बी बना हुआ है। यहां अब तक 3,68,000 कोरोना मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 6,400 लोगों की वायरस से मौत हुई है।
अरब देशों में सबसे अधिक मौत सऊदी में ही हुई है। हालांकि देश में 17 दिसंबर से ही कोरोनावायरस वैक्सीनेशन की शुरुआत हो गई थी। लेकिन फिर भी यहां संक्रमण का खतरा बना हुआ है।