रोजगार के लिए किस राज्य के लोग करते हैं सबसे ज्यादा पलायन?

   

भारत में सबसे ज्यादा पलायन उत्तर प्रदेश राज्य से होता है। देश के कई राज्य पलायन की समस्या से जूझ रहे हैं। लेकिन आंध्र प्रदेश सरकार ने एक कानून बना कर स्थानीय लोगों को तरजीह देने का प्रयास किया है।

आंध्र प्रदेश ने उद्योगों, कारखानों, निजी कंपनियों समेत पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी मॉडल) में चल रहे सभी प्रोजेक्ट्स में 75% नौकरी स्थानीय लोगों को देने का फैसला लिया है।

इसके लिए राज्य सरकार ने एंप्लॉयमेंट ऑफ लोकल कैंडिडेट इन इंडस्ट्रीज/फैक्ट्रीज एक्ट 2019 को पारित किया है। ऐसा करने वाला आंध्र प्रदेश भारत का पहला राज्य बन गया है।

स्थानीय लोगों को नौकरी में आरक्षण देने की सबसे बड़ी वजह पलायन है। लंबे समय से कई राज्यों में आरोप लगते रहे हैं कि बाहर के लोग आकर स्थानीय लोगों की नौकरियां छीन लेते हैं।

भारत में कई ऐसे राज्य हैं जहां नौकरियों और काम के अवसर तलाशने के लिए लोग पलायन करते हैं। 2011 के जनगणना के अनुसार नौकरी और व्यवसाय के लिए भारत के 10% लोगों ने पलायन किया। भारत की आर्थिक राजधानी माने जाने वाले मुंबई में सबसे ज्यादा लोग पलायन कर पहुंचे. वहीं दूसरे स्थान पर दिल्ली है।

जनगणना के आंकड़ों के मुताबिक पलायन करने वाले राज्य की सूची में पहला स्थान उत्तर प्रदेश का है। यहां के एक करोड़ 22 लाख से ज्यादा लोग दूसरे राज्यों में पलायन कर चुके हैं। उसकी मुख्य वजह नौकरी है. दूसरे स्थान पर नंबर आता है बिहार का।

डी डब्ल्यू हिन्दी पर छपी खबर के अनुसार, बिहार में भी रोजगार की काफी कम संभावना होने की वजह से 73 लाख से ज्यादा लोग राज्य से बाहर रह रहे हैं।

पलायन के मामले में तीसरा स्थान राजस्थान का है. यहां के 36 लाख से ज्यादा लोग काम करने के लिए दूसरी जगह पर पलायन कर चुके हैं। इसी तरह मध्य प्रदेश के करीब 29 लाख, कर्नाटक के 25 लाख, हरियाणा के 23 लाख, पंजाब के करीब 17 लाख, महाराष्ट्र के 24 लाख, पश्चिम बंगाल के 23 लाख, झारखंड के 16 लाख और पूर्वोत्तर भारत के नौ लाख से ज्यादा लोग पलायन कर चुके हैं।

रोजगार की तलाश में सबसे ज्यादा लोग महाराष्ट्र पहुंच रहे हैं. करीब 91 लाख लोग दूसरे राज्यों से यहां रोजगार के लिए आ रहे हैं। दूसरे स्थान पर दिल्ली है। यहां अन्य राज्यों के 63 लाख से ज्यादा लोग आकर रोजगार और नौकरी कर रहे हैं। दूसरे राज्यों के 29 लाख से ज्यादा लोग गुजरात आकर नौकरी कर रहे हैं।

हरियाणा में भी 36 लाख से ज्यादा बाहरी लोग आकर काम कर रहे हैं। इसी तरह उत्तर प्रदेश में करीब 40 लाख, मध्यप्रदेश में 27 लाख, राजस्थान में करीब 26 लाख बाहरी लोग नौकरी और रोजगार कर रहे हैं।

उत्तर प्रदेश के कई शहर जैसे कि नोएडा, गाजियाबाद दिल्ली के करीब हैं. दिल्ली में भी नौकरी करने वाले लोग इन जगहों पर रह रहे हैं। इसके चलते कई सारी कंपनियां और संस्थान दिल्ली से नोएडा शिफ्ट हो रही हैं।

पश्चिम बंगाल में करीब 24 लाख, झारखंड में करीब 22 लाख, छत्तीसगढ़ करीब 13 लाख, तमिलनाडु में 16 लाख बाहरी लोग आकर नौकरी तथा रोजगार कर रहे हैं।