खुले पत्र में सेलिब्रिटियों ने मुस्लिम, दलित और अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रही मॉब लिंचिंग की घटनाओं को तुरंत रोकने की मांग की थी।
मॉब लिंचिंग को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खत लिखने वाली 49 हस्तियों को राहत मिली है। बिहार पुलिस ने रामचंद्र गुहा, मणिरत्नम समेत 49 हस्तियों पर दर्ज केस को रद्द करने का आदेश दिया है। यह आदेश मुजफ्फरपुर के एसएसपी मनोज कुमार ने दिया।
An advocate, who filed a case against 49 noted personalities who had written a letter to PM Modi raising concern over mob lynchings, has been charged by police for filing a false case. The police has also ordered that the case of #sedition be closed against the celebrities.
— editorji (@editorji) October 9, 2019
दरअसल, पीएम मोदी को खत लिखने वाले 49 सेलिब्रिटीज के खिलाफ मुजफ्फरपुर में FIR दर्ज करवाई गई थी। इसमें रामचंद्र गुहा, मणिरत्नम, अनुराग कश्यप और अपर्णा सेन जैसे सेलेब्स शामिल हैं, जिन्होंने पीएम मोदी को मॉब लिंचिंग पर चिंता जताते हुए खुला खत लिखा था।
This Dasara, let's combat forces that try to suppress truth & dissent by filing FIRs against those who wrote to PM on mob lynching. Here’s my letter to PM @narendramodi urging him to denounce repression & stand up for our Constitutional rights #SaveFreeSpeech #FreedomofExpression pic.twitter.com/po51ywyASw
— Rajeev Gowda (@rajeevgowda) October 8, 2019
क्या है मामला?
वकील एस. के. ओझा ने मुजफ्फरपुर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कोर्ट में एक याचिका दायर की थी, जिस पर सुनवाई के बाद इन सेलिब्रिटियों पर प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश जारी किया गया था।
आज तक पर छपी खबर के अनुसार, याचिका में करीब 50 सेलिब्रिटियों के नाम आरोपी के तौर पर शामिल किए गए, जिसमें उनकी ओर से कथित तौर पर देश की छवि को धूमिल करने और प्रधानमंत्री के प्रभावशाली प्रदर्शन को कमजोर करने की बात कही गई थी। इसके साथ ही याचिका में उनकी ओर से अलगाववादी प्रवृत्तियों का समर्थन करने की बात भी कही गई।
अपने खुले पत्र में सेलिब्रिटियों ने मुस्लिम, दलित और अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रही मॉब लिंचिंग की घटनाओं को तुरंत रोकने की मांग की थी। इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि बिना विरोध के कोई लोकतंत्र नहीं होता है।