उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद शहर का लव जिहाद का केस फर्जी साबित हुआ है। मुरादाबाद के कथित लव जिहाद केस में पुलिस ने यू-टर्न लिया है।
आज तक पर छपी खबर के अनुसार, राज्य में धर्म परिवर्तन पर सख्त कानून लाने के बाद मुरादाबाद की एक शादी काफी चर्चा में थी।
अंतरजातीय प्रेम विवाह पर लव जिहाद के आरोप लग रहे थे. कथित लव जिहाद में फंसे पति-पत्नि ने आज तक से खास बातचीत की है।
कांठ पुलिस ने एक रिपोर्ट पेश की, जिसमें कहा गया है कि इस मामले में दोनों के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिले।
टीवी 9 हिन्दी डॉट कॉम पर छपी खबर के अनुसार, यह साबित नहीं हुआ कि राशिद और उसके भाई ने पिंकी का जबरन धर्मांतरण कराया था। जेल सूत्रों के मुताबिक दोनों को शनिवार को मुरादाबाद जेल से रिहा कर दिया गया।
वहीं डॉक्टर्स ने इस बात का भी खुलासा किया है कि राशिद की पत्नी का गर्भपात हुआ है , एक निजी लैब द्वारा किए गए अल्ट्रासाउंड में इस बात की पुष्टि हुई है।
लव-जिहाद कानून के तहत तहत युवती के पति को गिरफ्तार कर लिया गया था, इसके बाद युवती को शेल्टर होम भेज दिया गया था। अब उसके गर्भपात की बात सामने आई है।
जबरन धर्मांतरण के आरोप में दोनों हुए थे गिरफ्तारमुरादाबाद पुलिस ने इस महीने की शुरुआत में एक व्यक्ति और उसके भाई को नए धर्मांतरण विरोधी कानून के तहत गिरफ्तार किया था। आरोपी की पहचान रशीद के रूप में हुई थी।
आरोपी को जिस समय बजरंग दल के सदस्यों ने पुलिस को सौंपा, उस समय वह कंठ में रजिस्ट्रार ऑफिस में मौजूद था।हालांकि आज उत्तर प्रदेश की एक अदालत के आदेश के बाद राशिद और उसके भाई को रिहा कर दिया गया।
दरअसल पुलिस को दोनों आरोपियों के खिलाफ महिला का जबरन धर्मांतरण कराने का कोई सबूत नहीं मिला था। पति की गिरफ्तारी के बाद शेल्टर होम भेजी गई लड़कीराशिद ने करीब पांच महीने पहले देहरादून में बिजनौर की रहने वाली 22 साल की पिंकी से शादी की थी।
दोनों की मुलाकात देहरादून में हुई थी, राशिद वहां काम करता था। वहीं लड़की वहां पड़ाई कर रही थी। राशिद की गिरफ्तारी के बाद, पिंकी को पुलिस ने शेल्टर होम भेज दिया था।
लड़की ने आरोप लगाया था कि चिकित्सकीय लापरवाही की वजह से उसका गर्भपात हो गया था. उसने यह भी आरोप लगाया था कि नारी निकेतन में उसे प्रताड़ित किया गया था।