अमेरिकी संसद भवन में पिछले बुधवार को हुई हिंसा के लिए प्रतिनिधि सभा के डेमोक्रेट सांसदों ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को जिम्मेदार मानते हुए उन पर महाभियोग का प्रस्ताव पेश किया।
अमर उजाला पर छपी खबर के अनुसार, डेमोक्रेट सांसदों के प्रभुत्व वाली प्रतिनिधि सभा में इस प्रस्ताव पर बुधवार को मतदान हो सकता है।
प्रस्ताव पेश होने के बाद प्रतिनिधि सभा में बहुमत के नेता स्टेनी होयर ने कहा कि अगर यह प्रस्ताव पारित हो जाता है तो ट्रंप पहले रिपब्लिकन राष्ट्रपति होंगे जिन्हें दो बार महाभियोग का सामना करना पड़ा।
दूसरी ओर इस प्रस्ताव का विरोध करते हुए रिपब्लिकन सांसद एलेक्स मूने ने कहा कि सदन को इसे नामंजूर कर देना चाहिए।
प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी ने आरोपों का मसौदा संसद में रखने से पहले कहा कि हमारे संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए हमें तत्काल कदम उठाना होगा क्योंकि राष्ट्रपति ट्रंप के पद पर रहने से संविधान को खतरा है।
पेलोसी की टीम ने 25वां संशोधन लागू करने के लिए उपराष्ट्रपति माइक पेंस और कैबिनेट के मंत्रियों से देर शाम इस मसौदे पर मतदान को कहेंगी। चूंकि संसद का सत्र नहीं चल रहा है इसलिए इसके विचार पर आपत्ति आ सकती है।
इसके बाद पेलोसी मंगलवार को पूर्ण सदन के सामने प्रस्ताव रखेंगी। इसे पारित करने के लिए पेंस और कैबिनेट के पास महाभियोग की कार्यवाही से पहले 24 घंटे का समय होगा।
कैलिफोर्निया के पूर्व गवर्नर और रिपब्लिकन नेता अर्नोल्ड श्वार्जेनेगर ने यूएस कैपिटल में ट्रंप समर्थकों के हंगामे और हिंसा की तुलना नाजियों से की है और ट्रंप को एक नाकाम नेता बताया है जो इतिहास में ‘अब तक के सबसे खराब राष्ट्रपति’ के तौर पर जाने जाएंगे।
श्वार्जेनेगर ने कहा, अमेरिका में जो कुछ हुआ उसने नाजियों की याद दिला दी जब 1938 में नाजियों ने यहूदियों के घर, स्कूल व संस्थानों में तोड़फोड़ की थी।