अमेरिका ने एक और ईरानी जरनल पर प्रतिबंध लगाया

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अमेरिकी विदेश विभाग ने घोषणा की है कि उसने ईरान के इस्लामिक रेवोल्यूशन गार्ड्स कॉर्प्स के एक वरिष्ठ अधिकारी पर प्रतिबंध लगाए हैं।

 

जागरण डॉट कॉम पर छपी खबर के अनुसार, शनिवार को खुज़ेस्त प्रांत के एक कमांडर ब्रिगेडियर जनरल हसन शाहवरपुर को नवंबर 2019 के दौरान ईरान के महशर शहर में प्रदर्शनकारियों को मारने के लिए दोषी ठहराते हुए ब्लैक लिस्ट कर दिया।

 

समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने अमेरिकी विदेश विभाग का हवाला देते हुए इसकी सूचना दी।

 

अमेरिकी विदेश विभाग की इस घोषणा के बाद ब्लैक लिस्टेड व्यक्ति और उसके परिवार के सदस्य अमेरिका में प्रवेश के लिए अयोग्य हो गए हैं। इससे अमेरिका और ईरान के बीच तनाव और बढ़ सकता है।

 

दोनों देशों के बीच अमेरिकी ड्रोन अटैक में ईरानी जनरल कासिम सुलेमानी के मारे जाने के बाद तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है।

 

कई मीडिया रिपोर्ट्स और ईरानी लोगों द्वारा डिपार्टमेंट ऑफ स्टेट रिवॉर्डस फॉर जस्टिस टिप-लाइन को दी गई जानकारी के अनुसार शाहवरपुर के अंडर में आइआरजीसी 148 प्रदर्शनकारियों को मार डाला था।

 

समाचार एजेंसी एएनआइ के अनुसार शनिवार को अमेरिकी विदेश विभाग ने एक बयान इसकी जानकारी दी।

 

बयान में कहा गया है कि अमेरिकी द्वारा कार्रवाई विभाग के विदेशी संचालन और संबंधित कार्यक्रम विनियोग अधिनियम, 2020 की धारा 7031 (सी) के अनुसार की गई है।

 

इसके तहत विदेशी सरकारों के अधिकारियों और उनके परिवार के सदस्यों के अमेरिका में प्रवेश पर रोक लगाता है। जिसे लेकर राज्य सचिव ने मानवाधिकारों के घोर उल्लंघन में शामिल होने की विश्वसनीय जानकारी दी हो।

 

ईरान मामलों पर अमेरिकी विशेष प्रतिनिधी ब्रायन हूक ने इससे पहले कहा था कि अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने बार-बार वादा किया है कि वह ईरानी शासन को उसके मानवाधिकारों के उल्लंघन और ईरानी लोगों के साथ व्यवहार के लिए जिम्मेदार ठहराएंगे। आज हम इस वादे को पूरा कर रहे हैं।

 

संयुक्त राज्य अमेरिका आइआरजीसी ब्रिगेडियर जनरल हसन शाहवरपुर को धारा 7031 (सी) वीजा प्रतिबंधों के तहत सूचीबद्ध कर रहा है। जनरल शाहवरपोर ने महशर में प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मानवाधिकारों का घोर उल्लंघन किया।