नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध के नाम पर दिल्ली में भड़की हिंसा से मरने वालों की संख्या गुरुवार को 34 हो गयी है।
प्रभात खबर पर छपी खबर के अनुसार, इस हिंसा को लेकर अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता मामलों संबंधी अमेरिकी आयोग (यूएससीआईआरएफ) ने चिंता जतायी, साथ ही भारत सरकार से अपने नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए त्वरित कार्रवाई करने की अपील की है।
यूएससीआईआरएफ के अध्यक्ष टोनी पर्किंस ने बुधवार दोपहर को जारी एक बयान में कहा कि हम भारत सरकार से अपील करते हैं कि वह भीड़ हिंसा का शिकार बने लोगों को सुरक्षा मुहैया कराने के लिए कारगर प्रयास करे।
नयी दिल्ली में सीएए के खिलाफ हिंसा में कम से कम 34 लोग मारे गये हैं और 200 से अधिक लोग घायल हो गये हैं। पर्किंस ने कहा कि दिल्ली में जारी हिंसा और लोगों के घरों एवं दुकानों पर कथित हमलों के मामले व्यथित करने वाले हैंं।
अपने नागरिकों की रक्षा करना किसी भी जिम्मेदार सरकार के सबसे महत्वपूर्ण कर्तव्यों में से एक है, भले ही वे (नागरिक) किसी भी धर्म के हों।
यूएससीआईआरएफ आयुक्त अरुणिमा भार्गव ने भी कहा कि दिल्ली में ‘‘नृशंस एवं अनियंत्रित हिंसा” के खिलाफ सरकार को त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए।
साभार- प्रभात खबर