तपोवन में शनिवार को मिले पांच शवो में से चार शवो की शिनाख्त हो गई है।
अमर उजाला पर छपी खबर के अनुसार, जिसमे अमृत कुमार पुत्र कैलाश निवासी झारखंड, जीवन सिंह पुत्र जवाहर सिंह पंजिया निवासी कालसी देहरादून, ज्योतिष बाकला पुत्र मनोज निवासी झारखंड, मुन्ना कुमार पुत्र विदेश्वरी सिंह निवासी बिहार, जलाल पुत्र इत्यार्क अली निवासी लखीमपुर खीरी उत्तर प्रदेश के रूप में हुई है।
लापता इंजीनियर मनीष की खोज में तपोवन में डटे परिजन
ऋषि गंगा की आपदा के दो सप्ताह बाद भी कई लापता लोगों के परिजन तपोवन में डटे हैं।
तपोवन के बैराज साइट से लापता चल रहे इंजीनियर मनीष कुमार का अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है। मनीष के ससुर अरविंद कुमार का कहना है कि उनका दामाद तपोवन में ओम मेटल कंपनी में इंजीनियर के पद पर कार्यरत था और पटना के नवदपुर का रहने वाला था।
उन्होंने बताया कि मनीष की बीते वर्ष आठ दिसंबर को ही शादी हुई थी और आपदा के बाद से लापता है।
अरविंद का कहना है कि बैराज में मलबा हटाने का काम धीमी गति से चल रहा है, जिससे अभी तक मनीष का कोई पता नहीं चल पाया है। मनीष की खोज में उनके साडू भाई अंकित शर्मा भी तपोवन में डटे हुए हैं।