बाबरी मस्जिद: फैसला जो भी हो, लेकिन मुस्लिम और हिन्दू पक्ष ने उठाया बड़ा कदम!

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रामजन्मभूमि- बाबरी मस्जिद भूमि विवाद में जमीन के मालिकाना हक को लेकर उच्चतम न्यायालय का फैसला आने के बाद मुस्लिम पक्ष द्वारा अयोध्या में शांति और सौहार्द बनाए रखने के आह्वान का स्वागत करते हुए विहिप ने भी सोमवार को घोषणा की कि फैसले के बाद वह अपने प्रस्तावित सभी कार्यक्रमों को रद्द कर देगा।

इंडिया टीवी न्यूज़ डॉट कॉम के अनुसार, मालिकाना हक के मुस्लिम पक्षकारों ने इससे पहले घोषणा की थी कि अनुकूल फैसला आने की स्थिति में शांति और सौहार्द बनाए रखने के लिए वे अयोध्या में विवादित जमीन पर मस्जिद निर्माण को आगे के लिए टाल देंगे।

जटिल मुद्दे पर उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद सांप्रदायिक सौहार्द खराब नहीं होने देने के लिए दोनों समुदायों के प्रयास के बावजूद अयोध्या पुलिस भी ठोस प्रयास कर रही है।

विश्व हिंदू परिषद् के उत्तरप्रदेश के प्रवक्ता शरद शर्मा ने सोमवार को पीटीआई भाषा को बताया, ‘‘अगले महीने अयोध्या फैसले से जुड़े हमारे सभी प्रस्तावित कार्यक्रम और विभिन्न गतिविधियों को रद्द कर दिया गया है।’’

मुस्लिम पक्ष की घोषणा के बाद शर्मा ने सद्भाव दिखाते हुए कहा, ‘‘फैसला चाहे हिंदुओं के पक्ष में हो या मुस्लिमों के पक्ष में, समय आ गया है कि दोनों समुदाय सौहार्दता और भाईचारे का सर्वोच्च उदाहरण पेश करें।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हम सभी को सुनिश्चिम करना होगा कि ऐसी कोई घटना नहीं हो जो दोनों समुदायों के बीच सौहार्दपूर्ण संबंधों में जहर घोल दे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमने अपने सभी कार्यक्रमों और हिंदू कार्यकर्ताओं के एकत्र होने के कार्यक्रम को रद्द कर दिया है।

गोधरा और इसके बाद पूरे गुजरात में जो हुआ उसे लेकर हम पूरी तरह सतर्क हैं। हम यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं कि वैसी स्थिति यहां या देश में कहीं भी फिर नहीं हो।’’