उत्तर प्रदेश के चारबाग स्टेशन पर कुली का काम करने वाले 80 साल के मुजीबुल्लाह कोरोना संकटकाल के समय कोरोना वारियर्स की भूमिका निभा रहे हैं।
प्रभात खबर पर छपी खबर के अनुसार, कोरोना संक्रमण से लड़ रहे देश में मुजीबुल्लाह एक मिशाल हैं। प्रदेश में प्रवासी श्रमिकों का आना लगातार कई दिनों से जारी है और श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से अन्य प्रदेशों से मजदूरों को अपने घर वापस लाया जा रहा है।
He is 80 yo Muzibullah, he has been working as a coolie at Charbagh Railway station,Lucknow since 1970.
Now a days during Lockdown he comes to Railway station everyday and then carries luggage of migrant workers free of charge. pic.twitter.com/kg3uskEI7y
— Md Asif Khan (@imMAK02) May 29, 2020
वहीं लखनऊ के चारबाग स्टेशन पर यह 80 वर्षीय बुजुर्ग रोजाना पूरा दिन श्रमिकों के सामान को उठाने में उनकी मदद कर रहे हैं।
कुली मुजीबुल्लाह कहते हैं कि यह देश के लिए एक संकट का समय है और # COVID19 के खिलाफ लड़ाई में डॉक्टरों और पुलिस कर्मियों सहित कई लोग अभी अपना योगदान दे रहे हैं।
मैं भी अपनी भूमिका निभा रहा हूँ और हर दिन 8-10 घंटे अपनी सेवा प्रदान करता हूं।
मुजीबुल्लाह कहते हैं, “यह भी महत्वपूर्ण है कि हम सार्वजनिक स्थान पर स्वच्छता बनाए रखें और इसके लिए केवल उचित स्थानों पर थूकना और पेशाब करना चाहिए।
अगर मैं किसी को खुले में पेशाब करते देखता हूं, तो मैं उन्हें वॉशरूम जाने का रास्ता दिखाता हूं।
वहीं मुजीबुल्लाह के इस सेवा भाव की जानकारी कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी तक पहुंची और उन्होंने एक पत्र भेजकर कुली मुजीबुल्लाह के इस काम की प्रशंसा की है।
श्रीमती गांधी ने अपने पत्र में लिखा है कि इस महामारी के खत्म होने के बाद जब भी इस दौर को याद किया जाएगा, आपके योगदान को देश कृतज्ञता से याद करेगा। हम ऐसे ही व्यक्तिगत और सामूहिक योगदानों से कोरोना को हराने में कामयाब होंगेे।