जामिया मिल्लिया इस्लामिया के प्रदर्शनकारी छात्रों ने मतदान के लिए मौलाना आजाद जौहर मार्ग खाली कर दिया था।
Peaceful march from #Jamia to Parliament.#JamiaMilliaIslamia #JMI#IndiaAgaint_CAA_NPR_NRC #IndiaAgaintCAA_NPR_NRC #IndiaAgainstViolence #SaveConstitution pic.twitter.com/CM3g5KJ8wz
— Nishat Khan نشاط خان (@khannishat) February 10, 2020
लेकिन मतदान खत्म होने के साथ ही प्रदर्शनकारियों ने गेट नं.7 पर दोबारा प्रदर्शन शुरू कर दिया। वहीं रविवार को सुबह से प्रदर्शन स्थल पर लोगों की संख्या कम थी, लेकिन दोपहर के बाद आस-पास के क्षेत्रों से लोग हाथों में तिरंगा लेकर भारी संख्या में पहुंचे।
Massive deployment near #jamiamilliaislamia as protestors have decided to take out a march from Jamia to #Parliament against #CAA
#CAA_NRC_Protests @DelhiPolice #Jamia pic.twitter.com/8jXRCVuShx
— News24 (@news24tvchannel) February 10, 2020
नवोदय टाइम्स पर छपी खबर के अनुसार, शनिवार को रास्ता खाली होने से लोगों को ट्रैफिक जाम की समस्या से राहत मिली थी, लेकिन रविवार को रास्ता बंद होने के कारण आने जाने वाले लोगों को फिर से समस्या का सामना करना पड़ा।
#jamia #ShaheenBaghProtest https://t.co/dCRoIqaLTd
— VirajTadwalkar (@VIRAJ_T) February 10, 2020
वहीं प्रदर्शन स्थल पर कई सामाजिक कार्यकर्ता और राजनेता भी पहुंचे। पूरे दिन नारेबाजी के साथ प्रदर्शन चलता रहा। वहीं छात्र लगातार अपनी कला से जामिया की दीवारों पर कलाकारी कर रहे हैं।
जामिया में 12 फीट लंबा और 4 फीट चौड़ा इंडिया गेट बनाया गया है। उस गेट पर एनआरसी और सीएए के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हिंसा में जान गंवाने वाले लोगों के नाम लिखे गए हैं।
वहीं पीएचडी छात्र फरहीन का कहना है कि अभी तक सरकार की तरफ से बातचीत की कोई पहल नहीं की गई है। अब दिल्ली चुनाव भी संपन्न हो गए हैं ऐसे में हमें सिर्फ कोर्ट पर ही भरोसा है।
सीएए और एनआरसी को लेकर कोर्ट का जब तक फैसला नहीं आएगा, हमारा प्रदर्शन चलता रहेगा।
शाहीन बाग में पिछले 57 दिनों से सीएए और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन चल रहा है। वहीं प्रदर्शन की वजह से सरिता विहार से आने वाली सडक़ बंद है।
रविवार को प्रदर्शनकारियों ने एक अंतिम यात्रा (अर्थी) को निकलने के लिए रास्ता भी दिया। वहां लगे बेरिकेड को प्रदर्शनकारियों ने हटाया।
चुनाव खत्म होते ही शाहीन बाग से चप्पे-चप्पे से पुलिस का पहरा हटा दिया है। वहीं अब स्थल पर चेकिंग भी पहले की तरह नहीं हो रही है।
रविवार होने की वजह से प्रदर्शनस्थल पर लोगों की संख्या ठीक-ठाक दिखी। शाम होते ही लोगों की भीड़ बढ़ती गई। इस दौरान नागरिकता संशोधन कानून पर पब्लिक लेक्चर का आयोजन भी किया गया।
जामिया में 2 महीने से चल रहे प्रदर्शन में छात्रों की उम्मीद सिर्फ कोर्ट पर ही टिकी हुई है क्योंकि केंद्र में सत्ताधारी पार्टियों का कोई भी नेता अब तक प्रदर्शनकारियों से मिलने नहीं पहुंचा है। जामिया के छात्रों ने चलो पार्लियामेंट नारा दिया।
संविधान पर हमले के खिलाफ और NRC CAA और NPR नहीं चलेगा। मार्च जामिया गेट नं. 7 से शुरू होकर पार्लियामेंट तक जाएगा। सोमवार को दोपहर 12 बजे मार्च शुरू होगा।
साभार- नवोदय टाइम्स
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