विराट कोहली के शून्य पर आउट होने पर अनुष्का शर्मा को जिम्मेदार ठहराने को लेकर सानिया मिर्जा ने बड़ा बयान दिया है
भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्जा ने क्रिकेट दौरों पर क्रिकेटरों की पत्नियों और महिला मित्रों को साथ जाने की अनुमति नहीं देने की आलोचना की है।
It was an absolute honour to be a Co-Chair at the @worldeconomicforum along side some of the most eminent personalities in the world 😊 @smritiiraniofficial @amaderdipumoni #arundathibhattacharya @hengsweekeat @shobanakamineni pic.twitter.com/qzhIkZKs3n
— Sania Mirza (@MirzaSania) October 3, 2019
उन्होंने एक इवेंट में कहा कि यह रवैया उस मानसिकता से बना है, जिसमें महिलाओं को ताकत नहीं बल्कि ध्यान भंग करने वाली माना जाता है। सानिया ने यहां भारतीय आर्थिक मंच पर कहा कि लड़कियों को छोटी उम्र से ही खेलों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।
Challenging sexist attitudes, on and off the court.
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— World Economic Forum (@wef) October 3, 2019
जब उनसे विश्व कप में पाकिस्तानी टीम की हार के बारे में पूछा गया तो सानिया ने पूछा कि आखिर वह इसके लिए कैसे जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि जब विराट शून्य बनाते हैं तो अनुष्का शर्मा को दोषी ठहराया जाता है, लेकिन इसका कहां से लेना देना है। इसका कोई मतलब नहीं बनता।
"Many a times, wives or girlfriends are not allowed on tour because the boys will be distracted." Mirza said.https://t.co/xbPqIbNLNJ
— News18.com (@news18dotcom) October 4, 2019
उन्होंने कहा कि कई बार हमारी क्रिकेट टीम और कई अन्य टीमों में, मैंने देखा है कि पत्नियां या महिला मित्रों को दौरे पर जाने की अनुमति नहीं दी जाती, क्योंकि लड़कों का ध्यान भंग हो जाएगा।
Blaming Anushka For Virat's Zero Makes No Sense, Says Sania Mirzahttps://t.co/yHHaf7t6gj pic.twitter.com/XjTISrOvTJ
— Wah Cricket (@Wahcricketlive) October 3, 2019
सानिया ने कहा कि इसका क्या मतलब है? महिलाएं ऐसा क्या करती हैं कि उससे पुरुषों का ध्यान इतना भंग हो जाता है? उन्होंने कहा कि देखिए यह चीज उस गहरी मानसिकता से आती है, जिसमें माना जाता है कि महिलाएं ताकत नहीं, बल्कि ध्यान भंग करती हैं।
अमर उजाला पर छपी खबर के अनुसार, सानिया ने कहा कि यह साबित भी हो चुका है कि टीम में पुरुष खिलाड़ी तब बेहतर प्रदर्शन करते हैं जब उनकी पत्नियां और महिला मित्र और उनका परिवार उनके साथ रहता है, क्योंकि इससे जब वे कमरे में आते हैं तो वे खुशी महसूस करते हैं।
उन्होंने कहा, ‘वे (पुरुष खिलाड़ी) खाली कमरे में वापस नहीं आते, वे बाहर जा सकते हैं, डिनर कर सकते हैं। जब आपकी पत्नी या महिला मित्र आपके साथ होती हैं तो इससे आपको सहयोग मिलता है।’